खगड़िया : लोजपा (LJP) में दो फाड़ होने के बाद दिल्ली से बिहार लौटे चिराग पासवान (Chirag paswan) इन दिनों आशीर्वाद यात्रा (Ashirwad Yatra) पर हैं. अपने पिता और दिवंगत केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान (Ramvilas Paswan) की जयंती के अवसर पर उन्होंने इस यात्रा को हाजीपुर से शुरू की थी. इस यात्रा के चरण में शुक्रवार को वे खगड़िया पहुंचे हैं.
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आशीर्वाद यात्रा के दौरान खगड़िया पहुंचने पर कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने चिराग पासवान का भव्य स्वागत किया. जिला परिसदन में मीडिया को संबोधित करते हुए चिराग पासवान ने नीतीश कुमार और अपने चाचा पशुपति पारस पर ताबड़तोड़ निशाना साधा है. उन्होंने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार किसी कीमत पर किसी भी दलित नेता को बिहार में आगे नहीं बढ़ना देना चाहते हैं. यही वजह है कि साल दो साल की बात अगर छोड़ दें तो नीतीश कुमार और मेरे पिता रामविलास पासवान की कभी नहीं बनी और निरंतर नीतीश कुमार ने रामविलास पासवान का कद छोटा करने का प्रयास किया.
'2005 में विधानसभा चुनाव के बाद जिस तरीके से लोजपा के विधायक को तोड़ने का प्रयास किया गया. उसी कड़ी का हिस्सा मटिहानी के विधायक का जदयू में शामिल होना था. चाचा पशुपति पारस को गुमराह कर हमारे पार्टी और घर को तोड़ने की साजिश नीतीश कुमार ने रची. सुशासन बाबू नहीं चाहते कि बिहार में कोई भी नेता उनके कद का हो. यही वजह है कि उन्होंने पहले रामविलास पासवान को तोड़ने का निरंतर प्रयास किया है. पार्टी में जोड़-तोड़ करके पशुपति पारस मंत्री बन गए हैं लेकिन पार्टी के 80% से ज्यादा कार्यकर्ता मेरे ही साथ हैं.' :- चिराग पासवान, लोजपा सांसद
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लोजपा सांसद चिराग पासवान ने कहा कि पार्टी तोड़ने के लिए उनके चाचा को मोहरा बनाया गया है. केंद्र में मंत्री बनने पर चाचा पशुपति पारस को शुभकामना दी. साथ में ये भी कहा कि मंत्री बनने का तो आप बन गए लेकिन जिस तरीके से रामविलास पासवान के आदर्शों को रौंद कर और पार्टी को तोड़कर आप मंत्री बने हैं इतिहास आपको याद रखेगा.
बता दें कि चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस सहित अन्य पांच सांसदों के बागी हो जाने के बाद चिराग पासवान अलग थलग पड़े हुए हैं. हालांकि इस बीच लोगों का उन्हें खूब समर्थन मिल रहा है. वे अपने दल को मजबूत करने और सियासी पैठ बनाने के लिए इन दिनों आशीर्वाद यात्रा पर हैं.