कटिहारः बिहार सहित पूरे देश में सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. शनिवार को जिले की महिलाओं ने भी सड़क पर उतरकर अपना विरोध दर्ज कराया. प्रदर्शनकारियों ने इस कानून को काला कानून बताते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर देश को बांटने का आरोप लगाया. साथ ही सीएए और एनआरसी को वापस लेने की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
'जनता लेगी हिसाब'
कटिहार महिला कॉलेज की पूर्व प्राचार्या डॉ. रंजना झा ने कहा कि सरकार सीएए और एनआरसी के जरिए ना सिर्फ लोगों को बांटने का प्रयास कर रही है बल्कि जनता का ध्यान मूल मुद्दों से भटकाने की भी कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि लोग भुखमरी, बेरोजगारी और अपराधों से तड़प रहे हैं. जिस जनता ने मोदी को बहुमत देकर सत्ता पर बैठाया है, वही जनता सरकार से हिसाब भी लेगी.
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देशभर में विरोध प्रदर्शन
बता दें कि एनआरसी और सीएए के विरोध में देश भर में विपक्ष लगातार आंदोलन कर रहा है. इसके खिलाफ छात्र संगठन भी सड़क पर उतर चुका है. इन कानूनों को वापस लेने की मांग की जा रही है. इसके विरोध में 19 दिसंबर को कम्युनिस्ट पार्टियों और जाप ने बिहार बंद किया था और 21 दिसंबर को राजद ने चक्का जामकर विरोध दर्ज कराई. जिससे आम लोगों को परेशानियों का भी सामना करना पड़ा.