कटिहारः जुगाड़ टेक्नोलॉजी से बनी गाड़ियों पर रोक के बावजूद जिले में इसका इस्तेमाल खुलेआम हो रहा है. वहीं, जिला परिवहन पदाधिकारी का कहना है कि उनके जिले में इस तरह के वाहन नहीं चलते हैं. जुगाड़ टेक्नोलॉजी से बने वाहन कानूनी तौर पर अवैध हैं. लेकिन पदाधिकारी के इस दावे की पोल उन्हीं के कार्यालय में खुल रही है.
क्या बोले परिवहन अधिकारी
दरअसल, जिला परिवहन कार्यालय के ऑफिस प्रीमेसेज में ही जुगाड़ टेक्नोलॉजी से बनी गाड़ी का इस्तेमाल किया जा रहा था. यहां खराब बाइक को जुगाड़ टेक्नोलॉजी से बनी गाड़ी पर चढ़ाया जा रहा था, ताकि इसे गंतव्य तक पहुंचाया जा सके. इस मामले पर जब कटिहार के जिला परिवहन अधिकारी अर्जुन प्रताप से पूछा गया तो उन्होंने सवाल को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने बताया कि जिले में कहीं भी इस तरह के वाहनों का परिचालन नहीं हो रहा है. हमारी नजर अभी तक ऐसी गाड़ियों पर नहीं पड़ी है. अगर ऐसा है तो उसे रोका जाएगा.
अवैध है ऐसी गाड़ियों का उपयोग
मालूम हो कि राज्य सरकार ने बाइकों के कल-पुर्जों से तैयार इस तरह की जुगाड़ गाड़ियों के परिचालन को अवैध करार दिया है. क्योंकि इस तरह के वाहन ना तो सरकार को राजस्व अदा करते हैं और ना ही इस वाहन का ड्राइविंग लाइसेंस किसी चालक के पास होता है. इसका बीमा और निबन्धन भी नहीं होता है. साथ ही काले धुंए छोड़ने के कारण यह वाहन पर्यावरण के लिये भी हानिकारक है.