कटिहार: कोरोना महामारी की वजह से देश में लगे 21 दिन के लॉक डाउन के कारण हजारों यात्री इधर-उधर फंस गए हैं. कई लोग पैदल ही अपने घरों की ओर निकल पड़े हैं. फंसे हुए यात्री की सभी बॉर्डर वाले इलाके पर मेडिकल जांच भी की जा रही है. इसको लेकर राज्य सरकार और जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है.
साथ ही कई यात्री रेलवे ट्रैक का रास्ता पकड़ कर अपने घरों की ओर लौट रहे हैं. जिसको लेकर रेलवे प्रशासन भी पूरी तरह अलर्ट है. इस दौरान पश्चिम बंगाल के मालदा जिला से कटिहार पहुंचे 33 यात्रियों का भी सैनिटाइजेशन किया गया.
कई जगहों पर राहत केंद्र
जिले में भी प्रतिदिन दर्जनों यात्री पैदल सफर कर कटिहार पहुंच रहे हैं. पश्चिम बंगाल और झारखंड की सीमा सटे होने के कारण यहां पर दूसरों राज्यों से फंसे हुए यात्रियों का लगातार आगमन हो रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन ने इन यात्रियों के लिए कई जगहों पर राहत केंद्र बनाए हैं. साथ हीं रेलवे ट्रैक का रास्ता पकड़ कर कटिहार जंक्शन पहुंचने वाले सभी यात्रियों की मेडिकल जांच भी की जा रही है.
बता दें पश्चिम बंगाल के कई जिलों से रेलवे के रास्ते से कई यात्री बिहार के दूसरे जिलों में जा रहे हैं. ऐसे में कटिहार स्टेशन पर उन यात्रियों का रेलवे प्रशासन की ओर से मेडिकल जांच की जा रही है. ताकि उन यात्रियों में कोई कोरोना संक्रमित संदिग्ध मरीज ना हो.
सभी को किया जा रहा सैनिटाइज
कटिहार रेलवे अस्पताल के चिकित्सक संजय कुमार पासवान ने बताया कि हैं बाहर से आने वाले हर यात्रियों का तापमान मापा जा रहा है. साथ ही उनके शरीर को सैनिटाइज किया जा रहा है. दूसरे राज्यों से लौटे कुल 33 यात्रियों की रेलवे अस्पताल की ओर से मेडिकल जांच की जा रही है. मेडिकल जांच में सभी यात्री ठीक हैं और किसी को भी कोई बीमारी नहीं है. बता दें कोरोना महामारी का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. यही वजह है सभी आने जाने वाले बाहरी लोगों पर जिला प्रशासन और राज्य सरकार की नजर है.