ETV Bharat / state

जल्द दौड़ेगी भारत और नेपाल के बीच रेलगाड़ियां, आसान होगा आवागमन

इंडो-नेपाल रेल सेवा भारत सरकार की काफी महत्वाकांक्षी परियोजना है. इसमें कटिहार-जोगबनी और विराटनगर के रास्ते नेपाल के अन्दर पन्द्रह किलोमीटर तक ट्रेनें चलेंगी.

कटिहार-जोगबनी रेलखंड पर बिछाया गया ट्रैक
author img

By

Published : Sep 4, 2019, 11:31 AM IST

कटिहार: भारत और नेपाल के बीच जल्द ही रेल का परिचालन होगा. इसे लेकर कटिहार-जोगबनी रेलखंड पर विराटनगर तक रेल लाइन बिछाने का काम पूरा हो चुका है. भारत-नेपाल के बीच रेल लाइन बिछ जाने से दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध बढ़ेंगे और लोगों को आवागमन की सुविधाएं भी मिलेंगी.

katihar
डीआरएम ऑफिस

मामले की जानकारी देते हुए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक संजीव रॉय ने बताया कि इस परियोजना के तहत भारतीय सीमा क्षेत्र में लगभग काम पूरा हो चुका है. नेपाल की सरहद तक ट्रैक बिछाने का काम भी पूरा हो गया है. जोगबनी से आगे विराटनगर तक ट्रैक बिछाये जा चुके हैं. उन्होंने बताया कि अब नेपाल के क्षेत्र में जमीन अधिग्रहण का काम चल रहा है. नेपाल सरकार से उसे जल्द पूरा करने की उम्मीद है.

मामले की जानकारी देते पूर्वोत्तर सीमान्त रेलवे के महाप्रबंधक संजीव रॉय

भारतीय रेल उठायेगा निर्माण का खर्च
इंडो-नेपाल रेल सेवा भारत सरकार की काफी महत्वाकांक्षी परियोजना है. इसमें कटिहार-जोगबनी और विराटनगर के रास्ते नेपाल के अन्दर पन्द्रह किलोमीटर तक ट्रेनें चलेंगी. नेपाल सरकार को इस परियोजना के लिये केवल भूमि अधिग्रहण करके सौंपना है, जबकि इसके निर्माण का खर्च भारतीय रेल उठाएगा. अगर इंडो-नेपाल ट्रेन सर्विस शुरू होती हैं तो यह कटिहार रेल डिवीजन इंडो-बांग्लादेश के बाद दूसरी इंटरनेशनल ट्रेन सर्विस होगी.

कटिहार: भारत और नेपाल के बीच जल्द ही रेल का परिचालन होगा. इसे लेकर कटिहार-जोगबनी रेलखंड पर विराटनगर तक रेल लाइन बिछाने का काम पूरा हो चुका है. भारत-नेपाल के बीच रेल लाइन बिछ जाने से दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध बढ़ेंगे और लोगों को आवागमन की सुविधाएं भी मिलेंगी.

katihar
डीआरएम ऑफिस

मामले की जानकारी देते हुए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक संजीव रॉय ने बताया कि इस परियोजना के तहत भारतीय सीमा क्षेत्र में लगभग काम पूरा हो चुका है. नेपाल की सरहद तक ट्रैक बिछाने का काम भी पूरा हो गया है. जोगबनी से आगे विराटनगर तक ट्रैक बिछाये जा चुके हैं. उन्होंने बताया कि अब नेपाल के क्षेत्र में जमीन अधिग्रहण का काम चल रहा है. नेपाल सरकार से उसे जल्द पूरा करने की उम्मीद है.

मामले की जानकारी देते पूर्वोत्तर सीमान्त रेलवे के महाप्रबंधक संजीव रॉय

भारतीय रेल उठायेगा निर्माण का खर्च
इंडो-नेपाल रेल सेवा भारत सरकार की काफी महत्वाकांक्षी परियोजना है. इसमें कटिहार-जोगबनी और विराटनगर के रास्ते नेपाल के अन्दर पन्द्रह किलोमीटर तक ट्रेनें चलेंगी. नेपाल सरकार को इस परियोजना के लिये केवल भूमि अधिग्रहण करके सौंपना है, जबकि इसके निर्माण का खर्च भारतीय रेल उठाएगा. अगर इंडो-नेपाल ट्रेन सर्विस शुरू होती हैं तो यह कटिहार रेल डिवीजन इंडो-बांग्लादेश के बाद दूसरी इंटरनेशनल ट्रेन सर्विस होगी.

Intro:.....जल्द दौड़ेगी रेलगाड़ियाँ भारत के सरहद पार नेपाल तक...। कटिहार - जोगबनी रेलखण्ड पर विराटनगर तक पूरा हो चुका हैं रेल लाइनें बिछाने का काम.....। नेपाल के इलाके में चल रहा हैं इससे संबंधित जमीन अधिग्रहण का कार्य.....। बढ़ेगा व्यापारिक संबंध और मिलेगी लोगों को आवागमन की सुविधायें .....।


Body:भारत और नेपाल के रिश्ते में जल्द चार चाँद लगने वाले हैं ....। दरअसल , हम ऐसा इस वजह से कह रहे हैं कि वर्षों से लंबित भारत - नेपाल रेल परियोजना के अच्छे दिन आने वाले हैं ....। इस बाबत ईटीवी भारत को एक्सलूसिव जानकारी देते हुए पूर्वोत्तर सीमान्त रेलवे के महाप्रबंधक संजीव रॉय ने बताया कि इस परियोजना के भारतीय सीमा क्षेत्र में लगभग काम पूरा हो चुका हैं औऱ नेपाल की सरहद तक पटरियाँ बिछाने का काम पूरा हो चुका हैं .....। जोगबनी से आगे विराटनगर तक ट्रैक बिछ चुका हैं। उन्होंने बताया कि अब नेपाल के क्षेत्र में जमीन अधिग्रहण का काम चल रहा हैं और नेपाल सरकार उसे जल्द पूरा करने की उम्मीद हैं .....।


Conclusion:इंडो - नेपाल रेलसेवा भारत सरकार की काफी महत्वाकांक्षी परियोजना हैं जिसमे कटिहार - जोगबनी - विराटनगर के रास्ते नेपाल के अन्दर पन्द्रह किलोमीटर तक ट्रेनें फर्राटे भरेगी । नेपाल सरकार को इस परियोजना के लिये केवल भूमि अधिग्रहण करके सौंपना हैं जबकि इसके निर्माण का खर्च भारतीय रेल उठायेगा और इंडो - नेपाल ट्रेन सर्विस शुरू होती हैं तो यह कटिहार रेल डिवीजन की इंडो - बांग्लादेश के बाद दूसरी इंटरनेशनल ट्रेन सर्विस होगी .....।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.