कटिहार: जिले में शीतलहर का सितम जारी है. ठंड के साथ चल रही सर्द हवाओं के कारण जहां तापमान निचले स्तर पर पहुंच गया हैं. वहीं कनकनी बढ़ने के कारण लोग शाम ढलते ही घरों में दुबक जाते हैं. दूसरी ओर घरों में ठंड से बचने के लिये जलने वाले अलाव में रोज लोग झुलस रहे हैं. पीड़ितों में महिलाओं की तादाद ज्यादा होती है. क्योंकि टेरीकॉटन कपड़े पहनने के कारण इसमें तेजी से आग पकड़ती है. जब तक कोई आग बुझाने आता है, तब तक वो पचास फीसदी से अधिक जल चुके होते हैं.
पचास फीसदी जली महिला
कटिहार सदर अस्पताल में भर्ती सोनी देवी भी आग की चपेट में आने से बुरी तरह से झुलस गईं. परिजनों के मुताबिक सोनी देवी ठण्ड से निजात पाने के लिये घर में लकड़ी का अलाव जलायी हुईं थी कि अचानक आग की चिंगाड़ी साड़ी के पल्लू में जा लगी और पूरे बदन में आग लग गई. आनन-फानन में सोनी के परिवार वाले उसे नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिये ले गए. लेकिन तब तक पीड़िता पचास फीसदी से ज्यादा झुलस चुकी थी. जिसके बाद चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिये पीड़िता को कटिहार सदर अस्पताल भेज दिया.
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सदर अस्पताल किया गया रेफर
परिजन फूल कुमार रॉय ने बताया कि आग सेंकने के कारण ऐसा हुआ है. पहले प्राथमिक स्वाथ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया. लेकिन हालत नाजुक देखते हुए डॉक्टरों ने उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया. जिले में ठण्ड से बचने के लिये आग में झुलसने का यह कोई पहला मामला नहीं है. बल्कि रोजाना सदर अस्पताल में ऐसे कई मामले सामने आते हैं. इनमें कई मामले तो ऐसे होते हैं, जिसमे पीड़ित की इलाज के दौरान मौत हो जाती है.