कटिहारःरेल प्रशासन ने इन दिनों यात्री सुविधा के साथ-साथसंस्कृति की झलक पेश करने की एक अनोखी मुहिम चलाई है. इसके तहत स्टेशन के दीवारों पर हस्तकला से तरह-तरह के चित्र उकेरे गए हैं. जिनमें कुछ चित्रमिथिला पेंटिंग को भी दर्शातेहैं. रेलवे द्वारा किए गए इस प्रयास से कटिहार स्टेशन पूरी तरह रंगीन नजर आ रहा है.
स्टेशन परिसर की दीवारों पर उकेरी गई तस्वीरेंहमारीसंस्कृति को दर्शाती है. इनमेंकई चित्र ऐसे हैं, जिसका जिक्र सुप्रसिद्ध साहित्यकार और सीमांचल के लाल फणीश्वर नाथ रेणु के किताबों में दिखता है.रेणू ने अपनी किताबों में जिक्र किया है कि किस तरह पगडंडियों से होते हुए लोग बैल गाड़ियों पर चढ़कर सफर तय करते थे.किस तरह लोग मिथिला में वर-वधू के लिए कोभरा बनाते थे. फणीश्वर नाथ रेणु ने अपने किताबों में इस बात का भी जिक्र किया है कि किस तरह छठ पूजा के समय लोग भगवान सूर्य को अर्घ्य दान करते थे.
संस्कृतियों की अनोखी झलक
इन तमाम संस्कृतियों को रेल प्रशासन ने समझा और उसी की तस्वीर हस्तकला के रूप में दीवारों पर उकेर दी. ताकि यात्रीचलते चलते एक नजर हमारीविशाल संस्कृति और सभ्यता का दर्शन कर सकें.यहां मौजूद यात्रियों ने बताया कि यह तस्वीर बहुत ही खुशनुमा है.कंप्यूटर युग में जहां लोग अपनी सभ्यता और संस्कृति को भूलते जा रहे हैं, वहां यह तस्वीर लोगों के जहन में मील का पत्थर साबित होगी.
नॉर्थ ईस्ट का एंट्री पॉइंट
गौरतलब है कि कटिहार रेलवे स्टेशन का अपना एक अलग ही महत्व है,इसे नॉर्थ ईस्ट का एंट्री पॉइंट भी माना जाता है. दिल्ली गुवाहाटी मुख्य मार्ग पर होने के कारण यहां रोजाना हजारों यात्री ट्रेन में चढ़ते उतरते हैं.ऐसे में रेल प्रशासन के द्वारा बनाई गई तस्वीर पर यात्रियों को दीदार करने का एक मौका तो निश्चित ही देता है.