कटिहार: जिले में मॉनसून के आगमन के साथ ही इलाके में भारी बारिश हुई है. इस बारिश के कारण किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. 5 दिन पहले जिस धान के बिचड़े को डीजल पंप और मोटर के जरिए पटवन कर खेतों में लगाए थे अब उस खेतों में पानी भर गया है. किसानों के मन में डर है कि अगर 4 से 5 दिनों के अंदर खेतों से पानी की निकासी नहीं हुई तो फसल खराब हो जायेंगे.
स्थानीय किसानों ने बताया कि पांच दिन पहले खेतों में फसल लगाने के लिए पानी की जरूरत थी. किसान सोच रहे थे कि धान की फसल कैसे लगाएं. उन्होंने कर्ज लेकर पंपसेट से खेतों का पटवन कर धान रोपनी की. लेकिन कुछ ही दिनों के बाद भारी बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया है. खेत में लगे धान के बिचड़े पूरी तरह से डूब गए हैं.
दोहरी मार झेल सकते हैं किसान
किसानों ने अपना डर बताते हुए कहा कि यह पानी धान के पौधों के लिए फायदेमंद नहीं है. जल्द ही पानी निकासी नहीं हुई तो धान के फसल खराब हो जाएंगे. जिससे किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ सकती है. एक तो पहले ही किसान हजारों रूपये डीजल पंप के जरिए पटवन और खेतों की जुताई में खर्चे कर चुके हैं. ऐसे में बारिश की पानी खेतों में भर जाने से फसल नष्ट हो जाएंगे. जिससे किसानों को भारी घाटा होगा.