कटिहार: जिले में बुधवार को पोठिया ओपी क्षेत्र में अर्धनग्न अवस्था में एक महिला का शव बरामद किया गया था. जिसकी शिनाख्त अभी तक नहीं हो पाई है. मामले में पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है. बता दें कि लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस पोस्टमार्टम के लिए भेजी जा रही डेड बॉडी को अमानवीय तरीके से झुलाते हुए गाड़ी में फेंकती नजर आ रही है.
सुशासन सरकार द्वारा लगातार महिलाओं को सम्मान और अधिकार देने की बात कही जाती रही है. वहीं, दूसरी ओर महिला के शव के साथ अमानवीयता का व्यवहार किया जाता है. ऐसे में जिला प्रशासन, पुलिसकर्मी और सरकार पर सवाल उठना लाजमी है. पुलिसकर्मियों के इस क्रूरता पर समाजसेवी इशरत परवीन ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं को सशक्त बनाने की बात कही थी. लेकिन पोठिया से जो तस्वीर सामने आ रही है. वह सरकार के संवेदनहीनता को दिखाती है.
'सड़कों पर प्रदर्शन को होंगे बाध्य'
इशरत परवीन ने आगे कहा कि हमारे देश के संविधान में महिलाओं को दिए गए अधिकारों की अनदेखी की जा रही है. मृत शरीर को जानवरों की तरह फेंका जा रहा है. उन्होंने जिला प्रशासन से ऐसे पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि अन्यथा महिलाओं के साथ हो रही अमानवीयता के खिलाफ सड़कों पर उतरकर हम प्रदर्शन को बाध्य होंगे.
'थानाध्यक्ष से मांगा गया स्पष्टीकरण'
वहीं, कटिहार सदर एसडीपीओ अमरकांत झा ने बताया कि पोठिया ओपी थाना क्षेत्र के हाईवे से एक 25 वर्षीय अज्ञात महिला का शव बरामद किया गया था. प्रथम दृष्ट्या प्रतीत हुआ कि उसकी हत्या गला रेतकर की गई है. मामले में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस महिला की शिनाख्त की में जुटी है. उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों को ऐसा नहीं करना चाहिए था. शव के साथ अमानवीयता मामले में संबंधित थानाध्यक्ष से स्पष्टीकरण मांगा गया है.