कटिहार: जिले में ड्यूटी के दौरान एक होमगार्ड जवान की मौत हो गयी. होमगार्ड जवान की मौत के बाद जिला गृहरक्षक संघ ने मृत जवान के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए मृतात्मा के लिये मौन रखा. इस मौके पर गृहरक्षक संघ ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति हादसे के शिकार होता है तो उसे आपदा निधि से चार लाख रुपये की राशि मुआवजा स्वरूप प्रदान की जाती है.
वहीं ड्यूटी के दौरान जवान की मौत पर भी चार लाख रुपये मुआवजा थमा दिया जाता है. गृहरक्षक संघ ने सरकार से कोरोना काल में मृत जवान के परिवार को दस लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है.
ड्यूटी पर तैनात थे होमगार्ड जवान गांजा सोरेन
जिला गृहरक्षक कार्यालय में होमगार्ड जवान गांजा सोरेन की मौत के बाद मातम पसर गया. मृत जवान की याद में गृहरक्षक संघ ने होमगार्ड ऑफिस के बाहर सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए मृतात्मा की शांति के लिए मौन धारण किया. जानकारी के अनुसार होमगार्ड जवान गांजा सोरेन जिले के हसनगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर विधि-व्यवस्था ड्यूटी पर तैनात थे. उनकी अचानक तबियत बिगड़ गयी. मौके पर पहुंचे परिजनों ने पीड़ित को बेहतर इलाज के लिए हाइयर सेंटर की तरफ ले जाने लगे. इसी बीच पीड़ित की मौत हो गयी. इस मौके पर जिला गृहरक्षक संघ के अध्यक्ष रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि विपदा की इस घड़ी में पूरा गृहरक्षक संघ पीड़ित परिजनों के साथ खड़ा हैं और परिजनों को हरसंभव मदद प्रदान की जाएगी.
पीड़ित परिवार को दस लाख मुआवजा देने की मांग
वहीं इस मौके पर जिला गृहरक्षक संघ के सचिव विनोद कुमार सिंह ने बताया कि ड्यूटी के दौरान यदि किसी जवान की मौत होती है तो सरकार चार लाख रुपये की मुआवजा प्रदान करती हैं. वहीं दूसरी ओर किसी हादसे में मजदूर या कोई व्यक्ति विपदा का शिकार होता हैं तो सरकार चार लाख रुपया आपदा विभाग से मुआवजा प्रदान करती हैं. उन्होने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि क्या एक मजदूर से ड्यूटी के दौरान मृत जवान की तुलना हो सकती हैं. उन्होंने सरकार से पीड़ित परिवार को दस लाख रुपया मुआवजा प्रदान करने की मांग की है.