कटिहार: राज्य में मॉब लिंचिंग एक रोग बन गया है. जिसकी चपेट में प्रदेश का हर जिला है. हर तरफ से मॉब लिंचिंग की घटनाएं सामने आ रही हैं. सभी घटनाओं के पीछे अफवाह एक बड़ी वजह है. इस तरह की अफवाह को रोकने में सरकार और प्रशासन की सारी कवायद नाकाम साबित हो रही है. जिले में पिछले 2 महीने के अंदर बच्चा चोरी के अफवाह में कुल 11 मॉब लिंचिंग की घटनाएं दर्ज की गई हैं.
नहीं थम रही मॉब लिंचिंग की घटनाएं
जिले में मॉब लिंचिंग की घटनाओं में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. हाल ही में बलिया बलोन थाना क्षेत्र में मॉब लिंचिंग की दो घटनाएं सामने आई हैं. जहां एक बार फिर से बच्चा चोरी की अफवाह की वजह से एक निर्दोष को भीड़ ने बेरहमी से मारा.
इन थानों में इतनी घटनाएं
मॉब लिंचिंग की यह इका-दुका घटना नहीं है, जहां भीड़ ने अफवाह के आधार पर किसी को शिकार बनाया है. इस तरह की घटनाओं की फेहरिस्त लंबी है. पिछले एक से दो महीनों के अंदर कई सारी घटनाएं हुईं. कदवा थाना क्षेत्र में चार, मनसाही थाना क्षेत्र में दो, सहायक थाना क्षेत्र में दो और आजमनगर थाना क्षेत्र में एक मॉब लिंचिंग की घटनाएं हुई हैं.
'अफवाहों की वजह से हो रही मॉब लिंचिंग की घटनाएं'
एसपी विकास कुमार का कहना है कि बच्चा चोरी की वजह से हुई घटनाओं की जब जांच की गई तो सभी जगह इसके पीछे अफवाह पाई गई. इन अफवाहों का सच से कोई लेना-देना नहीं था. उन्होंने बताया कि पुलिस ने हालिया मामले में मॉब लिंचिंग के शिकार व्यक्ति को भीड़ के हाथों से बचाने में सफल रही. उन्होंने कहा कि बच्चा चोरी की अफवाह में लोगों को पत्र के माध्यम से अपील की जा रही है कि इस तरह की घटना हो तो तुरंत पुलिस को सूचित करें.