कटिहारः गंगा नदी के जलस्तर में भारी वृद्धि होने के कारण जिले के कई प्रखंडों में बाढ़ (Flood In Katihar) जैसे हालात बन गए हैं. जिले के बरारी, कुर्सेला, मनिहारी आदि इलाकों के सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बर्बाद हो गया. वहीं, धीरे-धीरे आबादी वाले इलाकों में भी पानी घुसने लगा है. इस बीच ग्रामीणों को कई तरह की समस्याएं हो रही हैं.
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ग्रामीणों ने बताया कि कान्तनगर से राजापाकर की सड़क के कटने से उन्हें आवागमन में काफी समस्याओं को सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय मुखिया रंजीत झा ने बताया कि "इस सड़क का निर्माण प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत 1.44 लाख की लागत दो साल पहले 2019 में होना था लेकिन संवेदक की मनमानी के कारण अब तक निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है."
"सड़क कट जाने के बाद फिलहाल किसी तरह यातायात बहाल करने का काम किया जा रहा है. यहां पर पुलिया निर्माण कराने को लेकर विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है. "- मृत्युंजय पासवान, कनीय अभियंता, ग्रामीण विभाग
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बाढ़ के कारण ऐतिहासिक लक्ष्मीपुर गुरुद्वारे को जोड़ने वाली सड़क कट गई है. इससे लोगों का आवागमन प्रभावित हो रहा है. प्रशासन की ओर से नाव की व्यवस्था भी नहीं की गई है, जिस कारण लोग बांस और अन्य जुगाड़ के सहारे जान जोखिम में डालकर आवागमन करने को मजबूर हैं.