कटिहार: जिला अस्पताल में एक बीटेक की छात्रा खुद को कोरोना संक्रमित मान जांच के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंची. जहां चिकित्सकों ने छात्रा की प्राथमिक जांच की. जांच में छात्रा में कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं मिले. इसके बावजूद छात्रा डॉक्टरों पर कोरोना जांच के लिए दवाब बना रही थी. इस वजह से अस्पताल में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल हो गया.
'डॉक्टरों पर बना रही थी जांच का दवाब'
इस मामले पर अस्पताल के सिविल सर्जन अरविंद प्रसाद शाही ने बताया कि राजस्थान के जयपुर में बीटेक में पढ़ने वाली छात्रा का पिछले कुछ दिनों से तबीयत खराब था. वह सहायक थाना क्षेत्र अंतर्गत मिर्चाईबारी की रहने वाली है. छात्रा मेडिकल कॉलेज पहुंचकर डॉक्टरों पर कोरोना जांच का दवाब बना रही थी. इसके बाद चिकित्सकों ने उस छात्रा की प्राथमिक जांच की. जांच में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाए गए. उन्होंने कहा कि जिले में अब तक एक भी कोरोना संक्रमित मरीज नहीं मिले है.
हाई अलर्ट पर है बिहार
गौरतलब है कि इस वायरस के बढ़ते संभावित खतरे को देखते हुए प्रदेश के सीएम नीतीश कुमार ने बिहार को हाई अलर्ट पर रखा है. इसको लेकर सीएम खुद लगातार मामले पर नजर बनाए हुए हैं. बता दें कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार, यह वाइरस सी-फूड से जुड़ा है और इसकी शुरुआत चीन के वुहान नामक शहर से हुई थी. कोरोना वायरस विषाणुओं के परिवार का है. यह बीमारी खांसी और छींक के जरीए लोगों में फैल सकती है. फिलहाल कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं है.