कटिहार: बिहार के कटिहार में किसान सलाहकारों ने सरकार के खिलाफ बिगुल फूंका (Farmer advisor strike in Katihar) है. किसान सलाहकारों का कहना है कि बीते 13 सालों से कृषि विभाग की सारी योजनाओं में अपनी सेवा दे रहे हैं. लेकिन सरकार उसपर ध्यान नहीं दे रही है. किसान सलाहकारों ने अपनी मांगों के समर्थन में एकजुट होकर आवाज बुलन्द की.
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किसान सलाहकारों का प्रदर्शन: कटिहार के संयुक्त कृषि भवन में जिले के सोलह प्रखंडों के किसान सलाहकारों ने एक दिवसीय धरना दिया. इस मौके पर बिहार राज्य किसान सलाहकार संघ के जिलाध्यक्ष मो.हुसैन अली ने अपनी बात रखी. उन्होंने बताया कि बिहार सरकार एवं कृषि विभाग द्वारा बीते तेरह वर्षों से किसान सलाहकारों के कार्यों का सही मूल्यांकन नहीं किया जा रहा है और ना ही सम्मानजनक मानदेय दिया जा रहा है.
किसान सलाहकारों के कार्यों को अनदेखी का आरोप: कृषि विभाग सहित अन्य विभागों के द्वारा लगातार किसान सलाहकारों के कार्य को अनदेखी कर रहे हैं. कृषि सचिव, कृषि निदेशक द्वारा कृषि विभाग को जो कार्य जिला स्तर पर दिया जाता है. इस पर किसान सलाहकारों का कोई जिक्र नहीं होता है. लेकिन जिला स्तरीय पदाधिकारी उन कार्यों को बलपूर्वक किसान सलाहकारों से कराते हैं. लेकिन राज्य स्तर की पदाधिकारियों को इन कार्यों की उपलब्धि किसान सलाहकारों को नहीं दिया गया हैं.
जनसेवक के पद पर समायोजित करने की मांग: जिलाध्यक्ष ने बताया कि सभी किसान सलाहकार जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति हैं और हर घर से जुड़ा हुआ है. जिस कारण कृषि विभाग के योजनाओं को त्वरित गति से किसानों तक पहुंचाने में सजग रहते हैं. इस मौके पर बिहार राज्य किसान सलाहकार संघ के जिलाध्यक्ष मो.हुसैन अली ने बताया कि आगामी पांच जून से राज्य स्तर पर एक दिवसीय धरने का कार्यक्रम है. उन्होंने सरकार से किसान सलाहकारों को जनसेवक के पद पर अविलम्ब समायोजित करने की मांग की.