कटिहार: जिले में राशन वितरण में कहीं न कहीं से कालाबाजारी की शिकायत मिलती रहती थी. इसी अनाज की कालाबाजारी को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने डोर स्टेप डिलीवरी वैन की शुरुआत की है, जो अनाज खाद्यान्न से अनाज उठाकर सीधे पीडीएस दुकानदारों को सप्लाई करेगा. इस डोर स्टेप डिलीवरी वैन में एक जिंगल बेल लगाया गया है. जिससे लोगों को पता चल सकेगा कि पीडीएस दुकानदार के पास अनाज पहुंच गया है.
80 डोर स्टेप डिलीवरी वैन की शुरूआत
जिलाधिकारी पूनम कुमारी ने कुल 80 डोर स्टेप डिलीवरी वैन की शुरुआत की. जो सभी पंचायतों में घूम-घूम कर यह प्रचारित करेगा कि 3 रुपये प्रति किलो की दर से चावल और 2 रुपये प्रति किलो की दर से गेहूं दिया जाएगा. जिला प्रशासन की डोर स्टेप डिलीवरी वैन से पीडीएस दुकानदारों को अनाज पहुंचाने की ठोस कदम से पारदर्शिता आएगी. साथ ही भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगने के आसार हैं.
कालाबाजारी पर लगेगा अंकुश
एसएफसी के जिला प्रबंधक गया नंद यादव ने बताया कि खाद्यान्न परिवहन में मेटल शीट अधिष्ठापन कर लोगों के बीच राष्ट्रीय खाद सुरक्षा और उससे जुड़ी बातों का प्रचार प्रसार किया जाएगा. साथ ही वाहनों में म्यूजिक सिस्टम लगातार बजते हुए परिचालन होने से राज्य खाद्य निगम के वाहनों को पहचान मिलेगी. इससे खाद्यान्न के वितरण और कालाबाजारी पर अंकुश लगेगा.
दो मोबाइल ऐप की शुरूआत
एसएफसी के जिला प्रबंधक गया नंद यादव ने बताया कि डोर स्टेप डिलीवरी वाहन की संख्या लगभग 80 है. जो पूरे जिले में डीलर के पास राशन आने के बाद घूम-घूम कर प्रचार करेगी. उन्होंने बताया कि दो मोबाइल ऐप की भी शुरूआत की गई है. जन वितरण प्रणाली दुकानदार अन्नपूर्णा मोबाइल ऐप के माध्यम से इस बात से अवगत हो जाएंगे कि महीने का खाद्यान्न आ गया है. जबकि एसएससी मॉनिटरिंग ऐप के माध्यम से गोदामों पर खाद्यान्न पहुंचाने और निर्गमन से जुड़ी जानकारी जन वितरण प्रणाली दुकानदार तक भेजी जाएगी.