कटिहारः जिले में हुई मनीष, मोना और बाबू मौत मामले में घटना के 10 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. परिजनों और स्थानीय लोगों ने सड़क पर उतरकर हत्यारे की गिरफ्तारी और मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शनकारी शहर के लोकनायक जयप्रकाश नारायण चौक पर कैंडल जलाकर प्रदर्शन कर रहे थे.
सीबीआई से जांच की मांग
मृतक मोना झा के मामा संजय कुमार झा ने कहा कि पुलिस आनन-फानन में पोस्टमॉर्टम करवा ली. जबकि मृतक के परिजन पास में ही रहते थे. फिर भी उन्हें घटना की जानकारी नहीं दी गई. वहीं, प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे आरजेडी नेता समरेन्द्र कुणाल ने कहा कि जिन परिस्थिति में शव मिले हैं, उससे यह मामला हत्या कर लग रहा है. उन्होंने कहा कि दंपति के शव पंखे से झुलते हुए मिले थे और उनके हाथ पीछे बंधे हुए थे. कोई खुद का हाथ पीछे बंधकर कैसे फंसी पर लटक सकता है. मृतक मोना के पिता राजेश कुमार झा ने कहा कि मुख्यमंत्री से मांग करता हूं की मामले की सीबीआई जांच कराई जाए.
मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में हुई थी घटना
बता दें कि कुछ दिन पहले मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के मेडिकल कॉलेज के पास एक मकान से तीन शव बदमाद हुए थे. जिससे इलाके में सनसनी फैल गई थी. इसमें दंपति मनीष झा और मोना झा का शव पंखे से झुलता मिला था. जबकि उनके चार साल के बेटे सम्राट का शव बिछावन पर पड़ा था. पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी हाथ लगी थी. जिसमें मनीष को कर्ज देने वाले 4 लोगों को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था. प्रदर्शनकारी सुसाइड नोट में मौत के लिए जिम्मेदार बताए जा रहे लोगों की गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर भी सवाल उठा रहे थे.