कटिहार: कोरोना वायरस से बचाव और संक्रमण की रोकथाम के लिये पूरे देश में लॉक डाउन हैं. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत पीडीएस दुकानदारों के जरिये लोगों के लिये भेजे गए खाद्यान्न की डिलीवरी में भारी अनियमितता पायी गयी हैं. गरीबों के निवाले पर डाका डालने वाले 22 जनवितरण प्रणाली दुकानदारों पर गाज गिरी है. इन पीडीएस डीलरों की अनियमितता सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिये गये हैं. इस कार्रवाई से दूसरे पीडीएस दुकानदारों में हड़कंप मच गया हैं.
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अन्तर्गत खाद्यान्न वितरण का मामला
दरअसल पूरा मामला प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अन्तर्गत खाद्यान्न वितरण का हैं. जाँच के दौरान इसमें गड़बड़झाला सामने आया है. कटिहार डीएम कंवल तनुज ने जांच में दोषी पाये गये पीडीएस दुकानदारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिये हैं. बताया जाता हैं कि जिला स्तर के विभिन्न पदाधिकारियों ने जन वितरण प्रणाली दुकानों की जांच की थी. इस दौरान करीब दो दर्जन पीडीएस दुकानदारों की दुकानों में अनियमितता पायी गयी थी.
जनवितरण प्रणाली के कई दुकानदार अनियमितता में शामिल
बारसोई के जनवितरण प्रणाली की दुकानदार रजिया बेगम के खिलाफ जांच में यह बात सामने आई कि लाभुकों को उन्होंने पांच की जगह चार किलोग्राम ही खाद्यान्न दिया. जांच टीम के पहुंंचने पर रजिया दुकान बंद करके फरार हो गयीं. इसके अलावा अमदाबाद प्रखण्ड के पीडीएस दुकानदार रफिया नगमा, अभिलाषा के खिलाफ भी प्रति यूनिट एक किलोग्राम खाद्यान्न कम देने की बात सच पाई गई. इसके बाद इन सब पर प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं.
सात दुकानदारों से मांगा गया स्पष्टीकरण
मामले में डीएम कंवल तनुज ने बताया कि यह जांच जिला स्तर के पदाधिकारियों के द्वारा सभी प्रखंडों के जनवितरण प्रणाली के दुकानों में की गयी थी. जिसके बाद बीस दुकानदारों के खिलाफ वितरण में अनियमितता पायी गयी. इसमें सात दुकानदारों से स्पष्टीकरण मांगे गये हैं जबकि बाकि के ख़िलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिये गये है.