कटिहार: बिहार के कटिहार में एक अनोखी शादी देखने को मिली है. यह कोई आम जोड़ा नहीं बल्कि बेहद खास जोड़ा है. जिले के स्वास्थ्य विभाग में काम करने वाले दूल्हे राजा नेत्रहीन हैं. सरकारी नौकरी होने के बाद भी गुड्डू की शादी में काफी समस्या हो रही थी. उसे जीवन में सब अच्छा तल रहा था सिर्फ एक जीवन साथी की तलाश थी. कहते हैं कि जोड़ियां ऊपर वाला बनाता है और गुड्डू के लिए भी ऊपर वाले ने कुछ खास सोच कर रखा था. गुड्डू के बारे में जब जन्म से ब्लाइंड लक्ष्मी के घरवालों को पता चला तो काफी सोच-विचार के बाद लक्ष्मी के घरवाले रिश्ता लेकर गुड्डू के घर पहुंच गए. जहां बातचीत के बाद दोनों का रिश्ता तय हो गया.
नेत्रहीन जोड़े की कोर्ट में हुई शादी: नेत्रहीन जोड़े ने एक दूसरे को गले लगाया, बातें की और फिर इस रिशते को एक नाम दिया. अदालत की दहलीज पर पहुंचकर दोनों ने कोर्ट मैरिज की. शादी के बाद दूल्हे गुड्डू और लक्ष्मी काफी खुश दिखे और कहा कि अब जिंदगी काफी अच्छी कटेगी. गुड्डू बताते हैं कि कोर्ट मैरिज तो पहले कर ली थी और अब मंदिर में सफल जीवन के लिये भगवान का आशीर्वाद लेने आए हैं. जोड़े ने भगवान से अच्छी शादीशुदा जीवन की कामना करते हुए एक-दूसरे को मामा पहनाया.
"मैं पीडबलूडी के तहत अस्पताल में कार्य करता हूं. हम दोनों इस शादी से बेहद खुश थे. मैनें नहीं सोचा था कि मेरी भी शादी होगी लेकिन अब शादी होने से लग रहा है आगे की जिंदगी खुशहाल कटेगी."- गुड्डू, दूल्हा
इस फाउंडेशन ने कराई शादी: इस मौके पर शादी में अग्रणी भूमिका निभाने वाली प्रतिज्ञान सोशल वेलफेयर फाउंडेशन की सदस्य पम्मी चौधरी ने अहम भूमिका निभाई है. उन्होंने दो लोगों को जीवनभर के लिए एक साथ कर दिया है. शादी को लेकर उन्होंने बताया कि नवविवाहित जोड़े को हम सभी का आशीर्वाद हैं. हमलोग कोशिश करेगें कि इन्हें सभी सरकारी योजनाओं का भी फायदा मिल पाए. दोनों एक-दूसरे के साथ काफी खुश हैं. वहीं लड़की लक्ष्मी के भाई ने भी शादी होने खुशी जाहिर की है.
"नवविवाहित जोड़े को हम सभी का आशीर्वाद हैं. हमलोग कोशिश करेगें कि इन्हें सभी सरकारी योजनाओं का भी फायदा मिल पाए. दोनों एक-दूसरे के साथ काफी खुश हैं." -पम्मी चौधरी, सदस्य, प्रतिज्ञान सोशल वेलफेयर फाउंडेशन