कटिहारः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2 साल पहले बुनियाद संजीवनी सेवा की शुरुआत की थी. यह सेवा विशेष रूप से वृद्ध, विधवा और दिव्यांगों के लिए शुरू की गई थी. इसके तहत लोग अपने आंख, कान और नाक का इलाज आसानी से करवा रहे हैं. साथ ही फिजियोथेरेपी का भी लाभ लोगों को मिल रहा है.
इन लोगों के लिए है बुनियाद संजीवनी सेवा
जिले के बुनियाद केंद्रों पर 60 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी महिला और पुरुषों के इलाज की व्यवस्था है. साथ ही यहां 18 वर्ष से अधिक आयु की सभी विधवा महिलाओं की भी इलाज होता है. वहीं, शारीरिक, मानसिक और अन्य किसी भी प्रकार के विकलांगता से ग्रसित किसी भी आयु और वर्ग के महिला, पुरुष और बच्चों का इलाज किया जाता है.
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क्या है मोबाइल थेरेपी वैन
सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक राजीव रंजन बताते हैं कि सीएम नीतीश की ओर से 2 साल पहले संजीवनी बुनियाद सेवा की शुरुआत की गई थी. जिसका उद्देश्य था कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में घूम-घूम मोबाइल थेरेपी वैन के जरिए दिव्यांग, वृद्ध और विधवाओं का इलाज किया जा सके. साथ ही वैन में उपलब्ध सुविधाओं की सहायता से लाभार्थियों को फिजियोथेरेपी, आंख-कान की जांच और परामर्शन, वाक और श्रवण संबंधित अन्य सुविधाओं का लाभ मिल सके. उन्होंने बताया कि जिले में तीन बुनियाद केंद्र है. जिसमें एक पूर्ण रूप से काम कर रही हैं, वहीं दो अन्य बुनियाद केंद्र जल्द ही शुरू कर दी जाएगी.
क्या कहते हैं ग्रामीण
यहां अपने दिव्यांग बेटे का इलाज कराने पहुंचे गिरधारी मंडल बताते हैं कि बुनियाद संजीवनी सेवा के तहत लोगों का आसानी से इलाज किया जा रहा है. यह गाड़ी सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में घूम-घूम कर लोगों का इलाज कर रहा है. जिससे ग्रामीणों को काफी राहत मिल रही है.