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खराब पड़े नलकूप की होगी मेंटेनेंस, जनप्रतिनिधियों को सौंपा गया नलकूप का संचालन - bad tubewells katihar

लघु जल संसाधन विभाग के द्वारा राजकीय नलकूप योजना का सफलतापूर्वक संचालन के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कटिहार के कारगिल चौक स्थित प्रशाल भवन में किया गया.

Bad tubewells will be maintained in Katihar
Bad tubewells will be maintained in Katihar
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Published : Dec 25, 2020, 8:41 PM IST

कटिहार: जिले के कारगिल चौक स्थित प्रशाल भवन में लघु जल संसाधन विभाग ने राजकीय नलकूप योजना का सफलतापूर्वक संचालन के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन जिला पदाधिकारी ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि नलकूप से जुड़े तमाम मेंटेनेंस की जिम्मेदारी अब पंचायत की होगी.

इसी को लेकर लघु जल संसाधन विभाग ने एक दिवसीय प्रशिक्षण के माध्यम से संबंधित लोगों को इस बारे में जानकारी दी गई है. आगे से समग्र मेंटेनेंस की जिम्मेदारी पंचायत की होगी. इस मौके पर जिले के सभी मुखिया और पंचायत स्तर के प्रतिनिधि शामिल हुए.

जनप्रतिनिधियों को दी गई जिम्मेदारी
बता दें कि जिले के अधिकांश नलकूप खराब हैं. जिस कारण किसान को पटवन में समस्या उत्पन्न हो रही है. जिले के अधिकांश इलाके में लोगों की जीविका का मुख्य साधन कृषि है. यहां हजारों एकड़ में केला, मक्का, गेहूं, धान की खेती होती है परंतु वर्षों से कई राजकीय नलकूप खराब पड़े हैं. खराब पड़े राजकीय नलकूप पर प्रशासन का ध्यान अब जाकर पड़ा है. और खराब पड़े नलकूपों की मरम्मती के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण के माध्यम से पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है.

देखें वीडियो

सिंचाई के लिए उपलब्ध हो पानी
'नलकूपों को चलाने की व्यवस्था अब तक विभाग की तरफ से की जाती थी लेकिन अब खराब पड़े नलकूपों का मेंटेनेंस करने के बाद इसे पंचायत प्रतिनिधि को सौंपा जाएगा. जिससे किसानों को सिंचाई का पानी समय पर उपलब्ध हो सके. इसके तहत सिंचाई का पटवन शुल्क पंचायत ही तय कर वसूलेंगे. उस पटवन शुल्क से पंचायत को मोटर पंप या चैनल का रखरखाव करना होगा.'- कंवल तनुज, जिला पदाधिकारी

कटिहार: जिले के कारगिल चौक स्थित प्रशाल भवन में लघु जल संसाधन विभाग ने राजकीय नलकूप योजना का सफलतापूर्वक संचालन के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन जिला पदाधिकारी ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि नलकूप से जुड़े तमाम मेंटेनेंस की जिम्मेदारी अब पंचायत की होगी.

इसी को लेकर लघु जल संसाधन विभाग ने एक दिवसीय प्रशिक्षण के माध्यम से संबंधित लोगों को इस बारे में जानकारी दी गई है. आगे से समग्र मेंटेनेंस की जिम्मेदारी पंचायत की होगी. इस मौके पर जिले के सभी मुखिया और पंचायत स्तर के प्रतिनिधि शामिल हुए.

जनप्रतिनिधियों को दी गई जिम्मेदारी
बता दें कि जिले के अधिकांश नलकूप खराब हैं. जिस कारण किसान को पटवन में समस्या उत्पन्न हो रही है. जिले के अधिकांश इलाके में लोगों की जीविका का मुख्य साधन कृषि है. यहां हजारों एकड़ में केला, मक्का, गेहूं, धान की खेती होती है परंतु वर्षों से कई राजकीय नलकूप खराब पड़े हैं. खराब पड़े राजकीय नलकूप पर प्रशासन का ध्यान अब जाकर पड़ा है. और खराब पड़े नलकूपों की मरम्मती के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण के माध्यम से पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है.

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सिंचाई के लिए उपलब्ध हो पानी
'नलकूपों को चलाने की व्यवस्था अब तक विभाग की तरफ से की जाती थी लेकिन अब खराब पड़े नलकूपों का मेंटेनेंस करने के बाद इसे पंचायत प्रतिनिधि को सौंपा जाएगा. जिससे किसानों को सिंचाई का पानी समय पर उपलब्ध हो सके. इसके तहत सिंचाई का पटवन शुल्क पंचायत ही तय कर वसूलेंगे. उस पटवन शुल्क से पंचायत को मोटर पंप या चैनल का रखरखाव करना होगा.'- कंवल तनुज, जिला पदाधिकारी

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