कटिहारः जिले में डेंगू के प्रकोप से बचने के लिए लोगों को जागरूक करने का अनोखा तरीका अपनाया गया है. यहां काली पूजा पंडाल के जरिए लोगों को डेंगू बीमारी से बचने के लिए बताया जा रहा है. शहर के जेटीएस काली पूजा पंडाल की सजावट डेंगू के पोस्टरों और तस्वीरों से की गई है. ताकि लोग जागरूक भी हों और पंडाल का खूबसूरती भी देख सकें.
पूजा पंडालों में डेंगू से बचने के लिए पोस्टर
डेंगू से बचने के लिए काली पूजा पंडाल समिति ने पंडाल के जरिए लोगों को डेंगू से बचाने की कोशिश की है. शहर के ओटीपाड़ा स्थित जेटीएस काली पूजा पंडाल में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है. पंडाल में जगह-जगह पोस्टर और तस्वीरों के जरिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है. साथ ही लोग पूजा पंडालों की खूबसूरती का भी आनंद उठा रहे हैं.
बंगाल के कारीगरों ने बनाया पंडाल
कटिहार का यह काली पूजा पंडाल बंगाल के कारीगरों ने बनाया है. जिसमें 8 लाख रुपये की लागत आई है. बता दे बंगाल से सटे होने के कारण कटिहार में काली पूजा धूमधाम से मनाई जाती है. शहर में लगभग एक दर्जन से भी अधिक काली पूजा पंडाल बनाए गए हैं. जहां श्रद्धालु भारी संख्या में पहुंचकर मां का आशीर्वाद ले रहे हैं.
सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी ने की तारीफ
जेटीएस क्लब काली पूजा समिति की इस अनोखी मुहिम की तारीफ सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी ने भी की. उन्होंने इस समिति के सभी सदस्यों को इस तरह की मुहिम चलाने के लिए धन्यवाद दिया. साथ ही उन्होंने लोगों से डेंगू से बचने के लिए साफ सुथरा रहने और मच्छरदानी लगाने का भी आग्रह किया.
जेटीएस क्लब हर साल करता है ये आयोजन
जेटीएस क्लब के सचिव रणजीत जायसवाल बताते हैं कि जेटीएस क्लब कई सालों से काली पूजा धूमधाम से मनाता आ रहा है, जो हर साल लोगों को कुछ ना कुछ अच्छा संदेश देती है. इस बार भी पूरे बिहार में डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पंडाल के जरिए लोगों में संदेश दिया जा रहा है कि कैसे लोग डेंगू से बच सकें.
डेंगू की चपेट में है पूरा बिहार
बता दें इन दिनों पूरा बिहार डेंगू को चपेट में है. लगभग 4000 मरीजों में डेंगू के लक्षण पाए गए हैं. इस महामारी से बचने के लिए हर जगह जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है. गंदगी वाले इलाकों में फॉगिंग की जा रही है. वहीं, कटिहार में पूजा पंडालों में लगी तस्वीरों के माध्यम से लोगों को इससे बचने का तरीका बताया जा रहा है. जेटीएस क्लब काली पूजा समिति का यह अनोखा तरीका सराहनीय और काबिले तारीफ है.