कटिहार: शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के मुद्दे को लेकर छात्र संगठन आइसा की ओर से पूरे बिहार में रोजगार यात्रा निकाली जा रही है. इसी कड़ी में शनिवार को शिक्षा रोजगार यात्रा कटिहार जिले के बारसोई पहुंची, जहां भाकपा(माले) विधायक महबूब आलम के नेतृत्व में सैकड़ों लोग इस यात्रा में शामिल हुए.
छात्र संगठन आइसा द्वारा निकाली जा रही रोजगार यात्रा
दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए के नेताओं ने घोषणा की थी कि सत्ता में वापसी के बाद बिहार के 19 लाख बेरोजगार युवकों को रोजगार दिया जाएगा. लेकिन सरकार गठन के 2 महीने बाद भी इस ओर कोई ठोस पहल अब तक नहीं की है. जिस कारण छात्र संगठन आइसा के द्वारा इस मुद्दे को लेकर शिक्षा रोजगार यात्रा निकाली जा रही है जो 7 फरवरी से लेकर 15 फरवरी तक पूरे बिहार का भ्रमण करेगी और लोगों को इस मुद्दे पर जागरूक करने का काम करेगी.
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युवाओं को कब मिलेंगा रोजगार
इस दौरान, भाकपा(माले) विधायक महबूब आलम ने बताया कि विधानसभा चुनाव से पहले रोजगार के मुद्दे पर एनडीए ने 19 लाख रोजगार देने का वादा किया था. उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल करते हुए कहा कि नीतीश कुमार जी बताएं कब तक इस मुद्दे को बजट में शामिल कर जल्द से जल्द बिहार के युवाओं को रोजगार मिलेगा? उन्होंने कहा कि कहीं एनडीए की सरकार इस मुद्दे को भी जुमला साबित ना कर दे. इसलिए छात्र संगठन आइसा के द्वारा शिक्षा रोजगार यात्रा निकाली जा रही है, ताकि लोगों को जागरूक किया जा सके.
विधानसभा का करेंगे घेराव
वहीं, जेएनयू छात्र संघ के महासचिव सतीश चंद्र यादव ने बताया कि सत्ता में वापसी के बावजूद एनडीए सरकार की ओर से 19 लाख रोजगार देने के वादे को लेकर कोई ठोस कदम नही उठाया गया है. इसलिए छात्र संगठन आइसा और आरवाइए के द्वारा पूरे बिहार में भ्रमण कर लोगों को बताया जा रहा है कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री जी ने जो वादा किया था उसे पूरा कीजिए. अगर मुख्यमंत्री जी इस वादे को पूरा नहीं करते हैं तो 1 मार्च को बिहार विधानसभा का घेराव किया जाएगा और उनसे इस्तीफा मांगा जाएगा.