कटिहार: जिले में आयोजित कृषि यांत्रिकरण मेले में किसानों का उत्साह नहीं दिख रहा है. किसानों की मानें, तो यहां बाजार मूल्य से ज्यादा कीमत पर सामान मिल रहा है. इससे किसानों को कोई फायदा नहीं मिलेगा. ऐसे में सरकार को इस तरह के आयोजन बंद करवा देने चाहिए.
कटिहार में कृषि विभाग ने दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला का आयोजन किया. किसानों का कहना है कि कृषि यांत्रिकरण मेले में अनुदान पर जो कृषि उत्पादन यंत्र मिल रहे हैं. वो बाजार मूल्य से कहीं ज्यादा में मिल रहे हैं. मेले में खेती से संबंधित खाद-बीज सहित अन्य कई तरह के स्टॉल लगे हैं. ट्रैक्टर, रोटावेटर सहित अन्य कृषि यंत्रों की भी बिक्री यहां अनुदान पर की जा रही है.
मिला है 4.50 करोड़ का अनुदान
बिहार सरकार के कृषि विभाग ने कृषि यांत्रिकरण उपादान पर किसानों द्वारा खरीद पर जिले को करीब 4 करोड़ 50 लाख रुपये अनुदान मद में जारी किये हैं, जिसमें 2 करोड़ 91 लाख रुपये सब्सिडी किसानों के लिए जारी भी की जा चुकी है. स्थानीय किसान सूर्यभूषण सिंह पटेल बताते हैं कि मेले में लगे कृषि यंत्रों की कीमत बाजार मूल्य से कहीं ज्यादा है, जबकि इस पर अनुदान घोषित है. सरकार को ऐसे मेले को बन्द कर देना चाहिए.
आवेदन के बाद मिलता है अनुदान
जिला कृषि पदाधिकारी चन्द्रदेव प्रसाद बताते हैं कि इस मेले में खेती से संबंधित स्टॉलों को लगाया गया है. सभी पर सरकार के द्वारा अनुदान घोषित है. जिस किसी किसान को उन्नत खेती के लिए यंत्र की जरूरत है, विभाग द्वारा वो यंत्र अनुदान के साथ दिया जाता है. उन्होंने बताया कि ये अनुमंडलीय स्तर का किसान मेला है और इस पर ऑनलाइन किसानों से आवेदन शुरू किये गये हैं, लेकिन किसान इस मेले से ज्यादा उत्साहित नहीं हैं.