कटिहार: जिले में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. जिसके बाद नजराने पर हक के लिए अस्पताल परिसर को रणक्षेत्र में तब्दील करने के दो आरोपी एएनएम को सिविल सर्जन डॉ. डीएन पांडेय ने जांच के बाद तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. सिविल सर्जन की मानें तो दोनों आरोपी एएनएम के कार्य से स्वास्थ्य विभाग के साख पर धब्बा लगा है.
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नजराने की रकम को लेकर मारपीट
पूरा मामला जिले के प्राणपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है. जहां बीते सोलह जनवरी को नजराने की रकम पर अपना हक बताते हुए दो एएनएम आपस में भिड़ गईं. यह विवाद इस कदर तूल पकड़ा की चंद मिनटों में ही अस्पताल परिसर रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. मारपीट की इस घटना से अस्पताल परिसर में मरीजों के बीच अफरा-तफरी मच गई. इस पूरे घटना की खबर ईटीवी भारत ने 17 जनवरी को प्रमुखता से दिखाई और सिविल सर्जन से मामले पर प्रतिक्रिया भी प्रसारित की थी. उस समय सिविल सर्जन डॉ. डीएन पांडेय ने बताया था कि वैक्सीनेशन कार्यक्रम में व्यस्त रहने की वजह से मामले की जांच नहीं कर पाये थे. लेकिन जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया था.
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खबर के बाद सीएस ने दिया था जांच का आदेश
सिविल सर्जन ने बताया कि इस मामले की जांच पीएचसी प्रभारी की ओर से करायी गयी थी. जिसके बाद मामले को सही पाया गया. जांच रिपोर्ट मिलने पर एएनएम रेणु कुमारी और एएनएम पिंकी कुमारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. एएनएम रेणु देवी का निलंबन अवधि में मुख्यालय हसनगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बनाया गया है. जबकि एएनएम पिंकी कुमारी का निलंबन अवधि में मुख्यालय मनसाही के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बनाया गया है.