कैमूर: जिले में शिक्षा विभाग की ओर से पहली बार जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन डीएम डॉक्टर नवल किशोर चौधरी ने किया. प्रदर्शनी में जिले के सभी प्रखंड के स्कूली बच्चों ने एक से बढ़कर एक मॉडल प्रस्तुत किए. बेहतरीन मॉडल को जिला प्रशासन की ओर से पुरस्कृत किया गया. साथ ही राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए नॉमिनेशन भी किया गया.
'ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों में कुछ करने की है ललक'
डीएम डॉक्टर नवल किशोर चौधरी ने कहा की यदि संभव हो तो शिक्षा विभाग साल में दो बार इस तरह का आयोजन करें, नहीं तो कम से कम एक बार तो करें ही करें. ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के दूरदराज से आए बच्चों को अपनी कला दिखाने का मौका मिल सके. प्रदर्शनी में मौजूद मॉडलों को देख डीएम ने कहा कि छोटे बच्चे देश के भविष्य हैं. खासकर ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों में कुछ करने की ललक है.
मॉडल का प्रैक्टिकल करके दिखाया
विज्ञान प्रदर्शनी में बायोगैस प्लांट वेल्डिंग मशीन सहित बच्चों ने कई मॉडल को दर्शाया. बच्चों ने डीएम को मौके पर मॉडल का प्रैक्टिकल करके भी दिखाया. कई बच्चों ने बताया कि वह ग्रामीण क्षेत्र से है और अपने घर के समस्याओं को देखते हुए उन्होंने उपकरण का निर्माण किया है.
बता दें कि प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त के बच्चों को राज्य स्तर पर विज्ञान प्रदर्शनी और प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए भेजा जाएगा. मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी सूर्यनारायण, जिला प्रोग्राम अधिकारी यदुवंश राम सहित शिक्षा विभाग के तमाम अधिकारी मौजूद रहे.