कैमूर (भभुआ): रक्षाबंधन को लेकर कैमूर मेंं रविवार को भभुआ शहर में राखी की दुकानें सजी रही. जहां बहनों ने भाइयों के लिए अपनी मनपसंद राखियों की खरीददारी की. बाजार में मोती, इम्पोर्टेड नग की राखियों के साथ ही क्रिस्टल की बनी हुई राखियों की खूब डिमांड है. बाजार में दस रुपये से लेकर 200 रुपये तक की राखियां उपलब्ध हैं.
3 अगस्त को राखी
इस बार रक्षाबंधन का त्योहार 3 अगस्त को सावन के अंतिम पांचवीं सोमवारी और पूर्णिमा तिथि को मनाया जाएगा. जिसे शुभ संयोग माना जा रहा है. लॉकडाउन होने के बावजूद भी राखी के बाजार में रौनक देखने को मिली. शहर के एकता चौक, जेपी चौक, पटेल चौक, कचहरी पथ, सीवों चौक पथ की गई दुकानों में राखियां बिक रही हैं.
भारतीय राखियां की डिमांड
दुकानदारों ने बाजार में हर किसी के बजट के हिसाब से राखियां मंगाई है. दुकानदार बताते है कि इस बार कोरोना को लेकर लॉकडाउन के कारण जितना पहले रक्षाबंधन को लेकर राखियों को मंगाया जाता था, इस बार उतना नहीं मंगाया गया. हिसाब से मंगाया गया है. इस बार चाइनीज राखियां नहीं, कच्चे धागे और भारतीय राखियां की खूब डिमांड है.
नग और क्रिस्टल की राखियां
नग और क्रिस्टल की राखियां काफी अच्छी हैं. इनकी कीमत 40 से एक सौ रुपये तक है. एडी की राखियां हर बार की तरह इस बार भी छाई हुई हैं. इनकी कीमत 100-300 के बीच है. इसके साथ ही कड़े के आकार का लुंबा भी खूब बिकने की उम्मीद है.
बच्चों के लिए अलग राखियां
बच्चों के लिए लाइटिंग और कार्टून कैरेक्टर वाली राखियां मंगाई गई हैं. ऐसी राखियों को बच्चे खूब पसंद करते हैं. जिले के बाजार में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, मुंबई, राजस्थान, कोलकाता से बनी राखियां कारोबारियों ने मंगाई है. इस बार मेड इन चाइना की जगह मेड इन इंडिया की धूम मची हुई है.