कैमूर: जिले में पुलिस की गाड़ी उड़ाने वाले नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इन नक्सलियों ने 2001 में पहाड़ी पर स्थित अधौरा भभुआ मुख्य सड़क पर बारूदी सुरंग विस्फोट करके सिपाहियों की डीसीएम पुलिस गाड़ी को उड़ा दिया था. 2 नक्सलियों को 18 साल बाद कैमूर पुलिस ने झारखंड के गढ़वा जिले से गिरफ्तार किया है.
नक्सलियों पर लगा है POTA एक्ट
गिरफ्तार नक्सलियों ने बताया कि आर्म्स रखने के जुर्म में उन्हें 2002 में झारखंड के गढ़वा जिले के भवनाथपुर थाना में गिरफ्तार किया गया था. ये वही आर्म्स है जो 2001 में कैमूर पुलिस से लूटे गये थे. गिरफ्तार नक्सलियों पर झारखंड में पोटा एक्ट भी लगा हुआ हैं.
नक्सलियों का एरिया कमांडर
एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए एएसपी राजीव रंजन और अधौरा थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था. टीम को सफलता हाथ लगी है. कैमूर और गढ़वा जिले के 3 कांडों में यह संलिप्त रहे हैं. गिरफ्तार नक्सलियों में जयनाथ यादव और भरत सिंह खरवार उर्फ राजाजी है. जिसमे राजाजी खुद को नक्सलियों का एरिया कमांडर बता रहा है.
3 सिपाही हुए थे शहीद
बता दें कि 2001 के नक्सली हमले में 3 सिपाही शहीद हो गए थे. जबकि लगभग एक दर्जन सिपाही घायल हो गए थे. शहीद सिपाहियों में देवकी सिंह, राजकुमार शर्मा और दिनेश कुमार थे. वहीं, घटना में 13 थ्री नॉट थ्री पुलिस रायफल, 4 बैनेट और गोली नक्सलियों ने लूट लिया गया था. घटना के बाद 100-150 नक्सलियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था.