ETV Bharat / state

18 साल बाद पुलिस के हत्थे चढ़े दो नक्सली, 2001 में बारूदी सुरंग विस्फोट कर उड़ा दी थी पुलिस की गाड़ी

2 नक्सलियों को 18 साल बाद कैमूर पुलिस ने झारखंड के गढ़वा जिले से गिरफ्तार किया हैं. 2001 के नक्सली हमले में इन्होंने बारूदी सुरंग विस्फोट करके सिपाहियों की डीसीएम पुलिस गाड़ी को उड़ा दिया था.

author img

By

Published : Sep 14, 2019, 10:05 PM IST

Updated : Sep 14, 2019, 10:48 PM IST

18 साल बाद 2 नक्सली गिरफ्तार

कैमूर: जिले में पुलिस की गाड़ी उड़ाने वाले नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इन नक्सलियों ने 2001 में पहाड़ी पर स्थित अधौरा भभुआ मुख्य सड़क पर बारूदी सुरंग विस्फोट करके सिपाहियों की डीसीएम पुलिस गाड़ी को उड़ा दिया था. 2 नक्सलियों को 18 साल बाद कैमूर पुलिस ने झारखंड के गढ़वा जिले से गिरफ्तार किया है.

नक्सलियों पर लगा है POTA एक्ट
गिरफ्तार नक्सलियों ने बताया कि आर्म्स रखने के जुर्म में उन्हें 2002 में झारखंड के गढ़वा जिले के भवनाथपुर थाना में गिरफ्तार किया गया था. ये वही आर्म्स है जो 2001 में कैमूर पुलिस से लूटे गये थे. गिरफ्तार नक्सलियों पर झारखंड में पोटा एक्ट भी लगा हुआ हैं.

2 नक्सलियों को 18 साल बाद कैमूर पुलिस ने झारखंड के गढ़वा जिले से गिरफ्तार किया है

नक्सलियों का एरिया कमांडर
एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए एएसपी राजीव रंजन और अधौरा थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था. टीम को सफलता हाथ लगी है. कैमूर और गढ़वा जिले के 3 कांडों में यह संलिप्त रहे हैं. गिरफ्तार नक्सलियों में जयनाथ यादव और भरत सिंह खरवार उर्फ राजाजी है. जिसमे राजाजी खुद को नक्सलियों का एरिया कमांडर बता रहा है.

kaimur
18 साल बाद 2 नक्सली गिरफ्तार

3 सिपाही हुए थे शहीद
बता दें कि 2001 के नक्सली हमले में 3 सिपाही शहीद हो गए थे. जबकि लगभग एक दर्जन सिपाही घायल हो गए थे. शहीद सिपाहियों में देवकी सिंह, राजकुमार शर्मा और दिनेश कुमार थे. वहीं, घटना में 13 थ्री नॉट थ्री पुलिस रायफल, 4 बैनेट और गोली नक्सलियों ने लूट लिया गया था. घटना के बाद 100-150 नक्सलियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था.

कैमूर: जिले में पुलिस की गाड़ी उड़ाने वाले नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इन नक्सलियों ने 2001 में पहाड़ी पर स्थित अधौरा भभुआ मुख्य सड़क पर बारूदी सुरंग विस्फोट करके सिपाहियों की डीसीएम पुलिस गाड़ी को उड़ा दिया था. 2 नक्सलियों को 18 साल बाद कैमूर पुलिस ने झारखंड के गढ़वा जिले से गिरफ्तार किया है.

नक्सलियों पर लगा है POTA एक्ट
गिरफ्तार नक्सलियों ने बताया कि आर्म्स रखने के जुर्म में उन्हें 2002 में झारखंड के गढ़वा जिले के भवनाथपुर थाना में गिरफ्तार किया गया था. ये वही आर्म्स है जो 2001 में कैमूर पुलिस से लूटे गये थे. गिरफ्तार नक्सलियों पर झारखंड में पोटा एक्ट भी लगा हुआ हैं.

2 नक्सलियों को 18 साल बाद कैमूर पुलिस ने झारखंड के गढ़वा जिले से गिरफ्तार किया है

नक्सलियों का एरिया कमांडर
एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए एएसपी राजीव रंजन और अधौरा थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था. टीम को सफलता हाथ लगी है. कैमूर और गढ़वा जिले के 3 कांडों में यह संलिप्त रहे हैं. गिरफ्तार नक्सलियों में जयनाथ यादव और भरत सिंह खरवार उर्फ राजाजी है. जिसमे राजाजी खुद को नक्सलियों का एरिया कमांडर बता रहा है.

kaimur
18 साल बाद 2 नक्सली गिरफ्तार

3 सिपाही हुए थे शहीद
बता दें कि 2001 के नक्सली हमले में 3 सिपाही शहीद हो गए थे. जबकि लगभग एक दर्जन सिपाही घायल हो गए थे. शहीद सिपाहियों में देवकी सिंह, राजकुमार शर्मा और दिनेश कुमार थे. वहीं, घटना में 13 थ्री नॉट थ्री पुलिस रायफल, 4 बैनेट और गोली नक्सलियों ने लूट लिया गया था. घटना के बाद 100-150 नक्सलियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था.

Intro:कैमूर।

2001 में कैमूर पहाड़ी पर अधौरा भभुआ मुख्य सड़क पर जमुआ मोड़ के पास बारूदी सुरंग कर गड़के पुलिस पिकेट गार्ड को बदलने जा रहे हवलदार और सिपाहियों की डीसीएम पुलिस गाड़ी को उड़ाने वाले 2 नक्सलियों को 18 साल बाद कैमूर पुलिस ने झारखंड के गढ़वा जिले से गिरफ्तार कर लिया हैं।


Body:आपकों बतादें कि इस नक्सली हमले में 3 सिपाही शहीद हो गए थे जबकि लगभग एक दर्जन घायल हो गए थे। घटना में 13 थ्री नॉट थ्री पुलिस रायफल, 4 बैनेट एवं गोली नक्सलियों द्वारा लूट ली गई थी। घटना में 100-150 नक्सलियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था।

एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए एएसपी अभियान राजीव रंजन और अधौरा थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था। टीम को सफलता हाथ लगी और 2 नक्सलियों को झारखंड के गढ़वा जिले से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार नक्सली में भरत सिंह खरवार उर्फ राजाजी खुद को नक्सलियों का एरिया कमांडर बता रहा हैं। पुलिस दोनों को जेल भेजने की तैयारी में हैं।

नक्सलियों ने अपने बयान में पुलिस को बताया कि झारखंड के गढ़वा जिले के भवनाथपुर थाना में 2002 में गिरफ्तार किए गए थे। उस वक़्त जो आर्म्स को पुलिस ने बरामद किया था उसे कैमूर पुलिस से लूटी गई थी। अपने बयान में नक्सलियों ने बताया कि कैमूर के अलावे गढ़वा जिले के 3 कांडों में यह संलिप्त हैं। यही नही गिरफ्तार नक्सलियों पर झारखंड में पोटा एक्ट भी लगा हुआ हैं।


2001 में शहीद सिपाहियों के नाम
देवकी सिंह, राजकुमार शर्मा और दिनेश कुमार

गिरफ्तार नक्सलियों का नाम
भरत सिंह खरवार उर्फ राजाजी (67) पिता धुंधा सिंह खरवार सा. रेपुरा थाना भवनाथपुर गढ़वा झारखंड

जयनाथ यादव पिता बासदेव यादव उर्फ देवमुनि यादव सा. सेमरी थाना बरडीहा गढ़वा झारखंड

अपराधी इतिहास
अधौरा थाना काण्ड संख्या - 25/01 ( 26/12/2001) धारा - 147/148/149/302/307/323/324/325/326/353/337/427/379 भा. द.वि एवं सीएलए एक्ट


भवनाथपुर थाना जिला गढ़वा झारखंड काण्ड संख्या 82/02 (10/11/2002) धारा - 353/307 भा. द.वि एवं 25 (1 बी) ए/26/35/27 आर्म्स एक्ट था 3(1), 3(3), 3(5), 4(5), 20 पोटा एक्ट।





Conclusion:
Last Updated : Sep 14, 2019, 10:48 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.