कैमूर: जिला अधिवक्ता संघ ने जिले के सभी वकीलों से यह अपील की है कि मोहनिया सामूहिक दुष्कर्म मामले के अभियुक्तों की पैरवी के लिए कोई भी अधिवक्ता उनका केस न लें.
'समाज को शर्मशार कर देने वाली घटना'
जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष दिलीप सिंह ने कहा कि अभियुक्तों की ओर से एक अमानवीय घटना को अंजाम दिया गया है. जिस तरह से वीडियो को वायरल किया गया है, वह समाज को शर्मशार करने वाला है. ऐसे में किसी भी अधिवक्ता को इस का तरह का केस नहीं लड़ना चाहिए.
'अभियुक्तों की पैरवी न करें वकील'
दूसरी तरफ जिला अधिवक्ता संघ के महासचिव ओमप्रकाश ने कहा कि वकील अभियुक्तों की पैरवी न करें. अभियुक्तों में ऐसी धारणा उत्पन्न होनी चाहिए कि वो इस तरह की अमानवीय घटना को आराम से अंजाम न दे सके. ऐसे मामलों में अभियुक्तों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. इसके अलावा समाज में एक संदेश जाना चाहिए कि इस तरह के अमानवीय घटना में वकील उनका साथ नहीं देंगे.
सामूहिक दुष्कर्म कर वीडियो किया वायरल
बता दें कि रविवार की सुबह जिले में एक वीडियो तेजी से वायरल हो गया था. जिसमें 4 युवक लड़की के साथ दुष्कर्म कर रहे हैं और उसको जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने रविवार को ही लड़की की पहचान कर उसका बयान दर्ज किया. साथ ही 48 घंटे के अंदर 4 अभियुक्तों में से 3 को हिरासत में ले लिया.
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वहीं, सुरक्षा के दृष्टिकोण और मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जिले में मंगलवार को एक दिन के लिए इंटनेट सेवा बाधित कर दी गई थी. लेकिन स्थिति थोड़ी समान्य होने के साथ ही ये फिर से चालू कर दी गई है.