कैमूर: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 'सुशासन बाबू' कहा जाता है. सुशासन का मतलब अच्छा शासन. लेकिन, बिहार में तेजी से बढ़ते अपराध के बीच नीतीश सरकार के सुशासन की पोल खुलती नजर आ रही है. प्रदेश में बढ़ते अपहरण, लूटपाट, हत्या, छेड़खानी, महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. सरकार को आइना दिखाने के लिए ईटीवी भारत की टीम आम लोगों से बात कर रही है. आइए जानते हैं प्रदेश की जनता लॉ एंड ऑर्डर पर क्या बोलती है.
बिहार में बढ़ता अपराध अब चिंता का विषय बन गया है, लोग इसलिए चिंतित हैं कि आखिर बिहार में सुशासन की सरकार होने के बाद भी अपराधियों की बहार क्यों है. सवाल बहुत सारे हैं लेकिन जवाब किसी के पास नहीं. बिहार पुलिस के आंकड़े बता रहे हैं कि बिहार में दुष्कर्म की वारदातें दिनोंदिन बढ़ती जा रही है.
कैमूर में अपराधियों का बोलबाला
कैमूर में पिछले गुरुवार को एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म की कोशिश की गई. बताया जाता है कि शौच के लिए लड़की अपने घर से बाहर निकली थी. इस दौरान तीन बाइक सवार मनचलों ने लड़की को दुष्कर्म के मंसूबे से अगवा कर लिया. इसके बाद अपराधी दुष्कर्म की कोशिश करने लगे. विरोध करने पर अपराधियों ने नाबालिग छात्रा को पास के ही कुंड में फेंक दिया. यही नहीं, माधव हत्याकांड के बाद लोगों का आक्रोश सड़क पर देखने को मिला.
अपराधियों के बैखोफ ताडंव को देखते हुए ईटीवी भारत ने सरकार को आईना दिखाने के लिए जब स्थानीय लोगों से बात की तो उन्होंने जमकर गुस्सा निकालते हुए लॉ एंड ऑर्डर पर अपनी प्रतिक्रिया दी. इसी दौरान एक बच्ची ने सीएम नीतीश से गुहार भी लगाई.
घटना के बाद पुलिस होती है मुस्तैद-स्थानीय
स्थानीय आक्रोशित युवक ने कहा कि घटना के बाद ही पुलिस और प्रशासन मुस्तैद होता है. उससे पहले हमारा प्रशासन क्या करता है. ये बात समझ में नहीं आती है.
गलत का साथ दिया जा रहा है...
वहीं, एक गृहिणी ने गुस्सा दिखाते हुए कहा कि हमारी सरकार जनता के लिए कुछ नहीं कर रही है. पुलिस हमारे लिए कुछ नहीं कर रही है. जो हमारा थाना है, वो भी हमारा साथ नहीं देता. गलत का साथ देता है.
स्कूल-कॉलेज जाने में डर लगता है- छात्रा
स्कूली छात्रा ने बताया कि अब स्कूल, कॉलेज और कोचिंग जाने में डर लगता है. अपराधी बेखौफ हैं.
अब डर लगता है- वृद्धा
ईटीवी भारत के कैमरे के सामने एक वृद्धा ने कहा कि पहले तो डर नहीं लगता था. चाहे जहां आदमी जाता था, बिना डर के रहता था लेकिन अब डर लगता है. राह चलते डर लगता है. पता नहीं, कब, क्या हो जाए.
पुलिस को घूस चाहिए बस- स्थानीय महिला
वहीं, स्थानीय महिला ने बताया कि पुलिस को तो बस घूस चाहिए. पुलिस सच को झूठ, झूठ को सच बता देती है. बिहार पुलिस अपराधियों को नहीं पकड़ती है.
'कहीं कोई सम्मान नहीं'
बढ़ते क्राइम पर एक अन्य महिला ने बताया कि हर जगह गलत हो रहा है. कहीं भी लोगों की इज्जत नहीं है. महिलाओं का मान-सम्मान, चाहे वो बच्चे हो, बच्चियां हो उनके साथ गलत हो रहा है. पुलिस साथ नहीं देती.
फांसी की सजा भी कम है- गृहिणी
एक और गृहिणी ने दुष्कर्म की वारदातों पर अपना जमकर आक्रोश निकाला. उन्होंने कहा अपराधियों के लिए फांसी की सजा भी कम है. दुष्कर्मियों को तो काट-काट कर गिद्ध के आगे डाल देने जैसी सजा देनी चाहिए.
सीएम अंकल से रिक्वेस्ट
ईटीवी भारत के माध्यम से एक छोटी सी बच्ची ने सीएम नीतीश से रिक्वेस्ट की है. बच्ची का कहना है कि सीएम अंकल आप से एक रिक्वेस्ट है कि जो लड़कियों पर अपराध हो रहा है, उसे कंट्रोल करिए.
इससे पहले भी घटी कई घटनाएं
- रामगढ थाना क्षेत्र के सदुल्लहपुर गांव में तड़के सुबह हुई फायरिंग में तीन लोग घायल हो गए.
- वहीं भगवानपुर थाना क्षेत्र के मातर गांव में भूमि विवाद में सात राउंड गोली चलने की घटना सामने आई.
- इसके अलावा कुदरा थाना क्षेत्र में एक स्कूल के शौचालय से छात्र की लाश मिली. घटना के बाद लोगों ने स्कूल में जमकर तोड़फोड़ की.
- वहीं, बेलांव थाना क्षेत्र के हुडरी गांव में जमीन के लगान की रसीद मांगने पर सीओ भरत भूषण सिंह पर स्थानीय महिला व पुरुषों ने लाठी-डंडे से हमला कर दिया. सुरक्षा गार्ड और ग्रामिणों के बीच बचाव के बाद वो किसी तरह वहां से जान बचा कर निकले.
बिहार पुलिस का क्राइम रिकॉर्ड
अब अगर बिहार पुलिस के जुलाई तक के क्राइम रिकॉर्ड पर गौर करें तो जुलाई 2019 तक 893 दुष्कर्म की घटना दर्ज की गई है. वहीं 1,853 हत्या के मुकदमे लिखे जा चुके हैं. ऐसे में सवाल जस के तस हैं कि आखिर कब सुरक्षित होंगी बिहार में बेटियां. आखिर कब अपराध मुक्त बनेगा बिहार क्योंकि इतनी घटनाओं के बाद भी अब तक पुलिस प्रशासन की अंतरात्मा नहीं जागी है. तो दूसरी तरफ लोग पूछ रहे हैं कि कहां हैं सुशासन बाबू?