कैमूरः रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Russia Ukraine War) में कर्नाटक के एक छात्र की मौत (Indian Student Died In Ukraine) हो चुकी है. यूक्रेन में फंसे भारतीयों की निकासी के भारत सरकार के प्रयास के बीच इस खबर ने देश में उनके परिजनों की चिंता बढ़ा दी है. अभी भी बिहार सहित देशभर के हजारों छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं और वतन वापसी की गुहार लगा रहे हैं. तबाही के मंजर के बीच जंग में फंसे छात्रों के परिजनों का हौसला टूटे नहीं इसलिए विभिन्न जिलों के डीएम उनके घर जाकर भरोसा (Kaimur DM Met Families of Stranded Biharis in Ukraine) और धैर्य रखने को कह रहे हैं.
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इस कड़ी में बिहार के कैमूर जिले के जिलाधिकारी नवदीप शुक्ला ने यूक्रेन में फंसे लोगों के परिजनों के घर जाकर उनसे मुलाकात की. जिलाधिकारी और डीआरडीए निदेशक सभ्यता पांडे ने चैनपुर प्रखंड के जगरिया और अमांग गांव में जाकर यूक्रेन में फंसे छात्रों के परिजनों से मुलाकात की.
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जिलाधिकारी नवदीप शुक्ला यूक्रेन में फंसे लोगों के परिवार से मिलकर हालचाल लिया और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. वहीं, जिलाधिकारी के निर्देश के बाद उप विकास आयुक्त एवं भूमि सुधार उप समाहर्ता ने यूक्रेन में फंसे विकास सिंह, तुषार कुमार सिंह एवं आलोक कुमार सिंह के परिजनों से मिलकर हर मदद का भरोसा देने की बात कही.
वहीं, यूक्रेन में फंसे सदर प्रखंड के मनीष कुमार के परिजनों से डीआरडीए निदेशक एवं एसडीओ ने मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने मनीष से फोन पर बात कर वहां के हालात को जाना और सरकार के द्वारा हर संभव मदद करने की बात कही.
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