कैमुर(भभुआ): सदर अस्पताल में फिर से लापरवाही का मामला सामने आया है. एएनएम और डॉक्टर की लापरवाही के कारण जन्म के दौरान बच्चे के दोनों पैर टूट गए, परिजनों ने डॉक्टर और एएनएम पर लापरवाही का आरोप लगाया है. वहीं सदर अस्पताल के उपाधीक्षक ने मामले में आवेदन मिलने पर कार्रवाई करने की बात कही है.
परिजनों ने लगाया आरोप
परिजन का कहना है कि सदर अस्पताल में डॉक्टर और एएनएम की लापरवाही के कारण बच्चे का पैर टूटा है. डिलीवरी कराने के बदले बनारस रेफर कर दिया गया, जब चैनपुर पीएचसी में ले जाकर भर्ती कराया, तो नॉर्मल डिलीवरी हुई लेकिन बच्चे का दोनों पैर टूटा हुआ था. यह लापरवाही सदर अस्पताल के डॉक्टरों की है, जिसके कारण नवजात बच्चे का पैर टूटा है.
उपाधीक्षक ने दी दलील
उपाधीक्षक डॉ. विनोद कुमार का कहना है कि 8 सितम्बर की रात को एक डिलीवरी मरीज आई थी. डिलीवरी के समय बच्चा उल्टा होने के कारण डॉक्टर ने बनारस रेफर कर दिया, जिसके बाद एम्बुलेंस में डिलवरी हुई, फिर चैनपुर पीएचसी में भर्ती कराया गया.