कैमूर (भभुआ): कैमूर पहाड़ी के देउवा गांव में बच्चे झोपड़ी में पढ़ने को मजबूर हैं. पहले गांव में स्कूल नहीं था. दूसरे गांव में स्कूल है, लेकिन वह 6 किलोमीटर दूर है. वहां तक जाने का रास्ता भी खराब था.
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ऐसे में देउवा गांव के लोगों ने चंदा कर गांव में झोपड़ी का स्कूल बना दिया और एक निजी शिक्षक भी रख दिया. इस स्कूल में कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. स्कूल चलता रहे इसके लिए गांव के लोग 100- 200 रुपए प्रति बच्चा प्रति माह चंदा देते हैं.
ग्रामीणों की मांग, सरकार बनाए स्कूल भवन
गांव के लोग बताते हैं कि पहले स्कूल गांव से काफी दूर था और जंगली रास्ता होने से बच्चों को आने जाने में काफी परेशानी होती थी. हर समय डर बना रहता था कि कहीं कोई घटना न हो जाए, जिसके बाद गांव में बैठक किया गया.
बैठक में तय हुआ कि गांव में ही स्कूल खोल दिया जाए. इसके बाद ग्रमीणों ने चंदे से झोपड़ी बना दिया और इसमें बच्चे पढ़ने लगे. गांव के लोगों ने कहा कि हमारी मांग है कि सरकार स्कूल का भवन बनाए.
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