कैमूरः जिला मुख्यालय भभुआ के वार्ड संख्या 7 में चल रहा आंगनबाड़ी केंद्र जर्जर हालत में है. मिट्टी के एक कमरे में संचालित केंद्र में नौनिहाल पढ़ने को मजबूर हैं. हादसे के डर से बच्चों को बाहर पढ़ाया जा रहा है. आपकों बता दें कि कुछ दिन पहले ही इस वार्ड में मिट्टी का घर गिरने से 2 की मौत हो चुकी हैं. बावजूद इसके 2003 से संचालित इस केन्द्र पर हर रोज बच्चें डर के साये में पढ़ने को मजबूर हैं.
आपको बता दें कि इस केंद्र पर 40 बच्चों का नामांकन है. सेविका गीता देवी ने बताया कि केंद्र के हालत के संबंध में विभाग के अधिकारियों से गुहार लगा चुकी हैं. बावजूद इसके अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. सेविका ने बताया कि मिट्टी का कमरा इस बरसात में गिर गया था. किसी तरह मरम्मत कराई गई, जहां सिर्फ सामान रखा जाता है. किसी भी बड़ी दुर्घटना से बचने के लिए बच्चों को बाहर सड़क किनारे पढ़ाती हैं.
डर से बच्चे पढ़ रहे बाहर
वार्ड पार्षद मनोज कुमार सिंह ने ईटीवी भारत संवाददाता को बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र सिंचाई विभाग की जमीन पर अवस्थित है. जिसके कारण यहां निर्माण नहीं हो रहा और मिट्टी के कमरे में संचालित किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि केंद्र की मरम्मत को लेकर वो प्रयासरत हैं. वार्ड ने बताया कि कुछ दिन पहले की इसी वार्ड में मिट्टी का घर गिरने से 2 लोगों की मौत हो चुकी हैं. जिसके कारण बच्चे एहतियातन सड़क किनारे बैठकर पढ़ रहे हैं.