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कैमूर: सोशल मीडिया पर गलत जानकारी पोस्ट करने वालों पर होगी कार्रवाई

व्हाट्सएप, फेसबुक और ट्विटर पर कई ऐसे लोग हैं जो महामारी को लेकर झूठा पोस्ट कर रहे हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाएगी.

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Published : May 23, 2021, 5:26 PM IST

कैमूर
कैमूर

कैमूर: मोहनिया अनुमंडल अंतर्गत कोरोना महामारी में ऐसा देखने को मिल रहा है कि कई लोग व्हाट्सएप, फेसबुक और ट्विटर पर झूठा पोस्ट कर रहे हैं. जिससे लोगों के बीच गलत संदेश जा रहा है. लोगों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो रही है. जिसकी वजह से जिला प्रशासन को काफी परेशानी हो रही है. ऐसा करने वालों पर प्रशासन की नजर है. ऐसे लोगों को चिन्हित कर महामारी अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.

ये भी पढ़ें- DMCH कोरोना वार्ड की कुव्यवस्था का वीडियो वायरल होने के बाद DM ने परिजनों के प्रवेश पर ही लगा दी रोक

झूठी खबर फैलाने पर पुलिस की नजर
अनुमंडल प्रशासन इसको लेकर गंभीर हो गया है. वरीय अधिकारियों ने इसकी रणनीति तैयार की है. जिसमें भ्रामक पोस्टों पर नजर रखने के लिए टीम बनाई गई है. जिसकी रिपोर्ट पर पोस्ट करने वालों पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.

महामारी अधिनियम के तहत होगी कार्रवाई
वरीय अधिकारी ने बताया कि व्हाट्सएप, फेसबुक और ट्विटर को लोगों ने प्रचार-प्रसार और सस्ती लोकप्रियता का साधन मान लिया है. जो गैर कानूनी है. कोरोना काल में महामारी से जुड़ी झूठी खबरों को पोस्ट किया जा रहा है. जांच में इसकी सच्चाई उजागर हो रही है. इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ऐसे लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाएगी.

कैमूर: मोहनिया अनुमंडल अंतर्गत कोरोना महामारी में ऐसा देखने को मिल रहा है कि कई लोग व्हाट्सएप, फेसबुक और ट्विटर पर झूठा पोस्ट कर रहे हैं. जिससे लोगों के बीच गलत संदेश जा रहा है. लोगों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो रही है. जिसकी वजह से जिला प्रशासन को काफी परेशानी हो रही है. ऐसा करने वालों पर प्रशासन की नजर है. ऐसे लोगों को चिन्हित कर महामारी अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.

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अनुमंडल प्रशासन इसको लेकर गंभीर हो गया है. वरीय अधिकारियों ने इसकी रणनीति तैयार की है. जिसमें भ्रामक पोस्टों पर नजर रखने के लिए टीम बनाई गई है. जिसकी रिपोर्ट पर पोस्ट करने वालों पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.

महामारी अधिनियम के तहत होगी कार्रवाई
वरीय अधिकारी ने बताया कि व्हाट्सएप, फेसबुक और ट्विटर को लोगों ने प्रचार-प्रसार और सस्ती लोकप्रियता का साधन मान लिया है. जो गैर कानूनी है. कोरोना काल में महामारी से जुड़ी झूठी खबरों को पोस्ट किया जा रहा है. जांच में इसकी सच्चाई उजागर हो रही है. इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ऐसे लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाएगी.

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