ETV Bharat / state

तमिलनाडु से रिहा करवाए गए बिहार के 7 मजदूर, ईटीवी भारत से बताई आपबीती

ईटीवी भारत ने तमिलनाडु के ईरोड की एक कंपनी में बंधक बनाए गए कैमूर के सात युवकों की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया. इसके बाद कैमूर जिला प्रशासन ने मामले को संज्ञान में लेते हुए सभी बंधक को मुक्त करा लिया है.

रिहा हुए युवक
author img

By

Published : Jul 26, 2019, 5:50 PM IST

Updated : Jul 26, 2019, 6:21 PM IST

कैमूर: तमिलनाडु की एक कंपनी में जिले के 7 युवकों को बंधक बना लिया गया था. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था. वहीं, इन युवकों को बंधक मुक्त कराने के लिए हमने स्थानीय प्रशासन से लेकर तमिलनाडु प्रशासन तक ये बात पहुंचाई. आखिरकार, सभी युवकों को रिहा करवा लिया गया है.

तमिलनाडु के ईरोड की एक कंपनी ने कैमूर के सभी मजदूरों को बंधक बना रखा था. इनमें से एक किसी तरह वहां से भागकर अपने घर वापस आ गया था. इसी ने पूरी जानकारी दी. इसके बाद परिजनों ने वहां बंधक बने युवकों की रिहाई की गुहार लगाई थी. इस पूरे मामले को जिला प्रशासन ने संज्ञान में लेते हुए इरोड के जिला प्रशासन से संपर्क किया.

डीएम ने ईरोड जिला प्रशासन से किया संपर्क
डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि गुरुवार की सुबह एक युवक बंधक के चंगुल से भाग निकला और वापस कैमूर आ गया. उसने तमिलनाडु के ईरोड में एक कंपनी में फंसे अपने दोस्तों के बारे में सटीक जानकारी दी. हमने फिर ईरोड के कलेक्टर से बात की और तमिलनाडु प्रशासन की मदद से अब सभी को रिहा करा लिया.

आपबीती सुनाते रिहा हुए युवक

4 को बंधक मुक्त कराया गया
डीएम ने बताया कि तमिलनाडु में 4 युवाओं को कैद से मुक्त कराया गया है. 2 अन्य वहां से भाग गए और भभुआ, कैमूर के लिए रवाना हो चुके हैं. वहीं, एसपी दिलनवाज अहमद ने पूरी जानकारी देते हुए बताया कि सूरज चौहान नाम का एक युवक जो अखिलासपुर का रहने वाला है, भागने के बाद भभुआ वापस लौट आया.

क्या था पूरा मामला...
बंधक बनाए गए 7 युवक भभुआ ब्लॉक के एक गांव अखिलासपुर के हैं. वे प्रतिदिन 450 रुपये की दर से तमिलनाडु की एक साबुन बनाने वाली कंपनी में काम करने गए थे. लेकिन कारखाने में पर्याप्त मजदूर नहीं थे. इसके चलते उनसे ज्यादा से ज्यादा काम लिया जा रहा था. इस बाबत सभी ने जब काम छोड़ने का फैसला किया तो उन्हें बंधक बना लिया गया.

कर रहे थे प्रताड़ित
काम छोड़ने की बात पर कंपनी ने सभी को बंधक बना लिया. इसके बाद एक दलाल 3 मजदूरों को एक पाइप फैक्ट्री में मजदूरी कराने लगा. युवकों के मुताबिक कंपनी में उन्हें प्रताड़ित किया जाने लगा. उनका फोन छीन लिया गया. इसके बाद किसी तरह एक युवक कंपनी से भागने में कामयाब हो सका.

कैमूर: तमिलनाडु की एक कंपनी में जिले के 7 युवकों को बंधक बना लिया गया था. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था. वहीं, इन युवकों को बंधक मुक्त कराने के लिए हमने स्थानीय प्रशासन से लेकर तमिलनाडु प्रशासन तक ये बात पहुंचाई. आखिरकार, सभी युवकों को रिहा करवा लिया गया है.

तमिलनाडु के ईरोड की एक कंपनी ने कैमूर के सभी मजदूरों को बंधक बना रखा था. इनमें से एक किसी तरह वहां से भागकर अपने घर वापस आ गया था. इसी ने पूरी जानकारी दी. इसके बाद परिजनों ने वहां बंधक बने युवकों की रिहाई की गुहार लगाई थी. इस पूरे मामले को जिला प्रशासन ने संज्ञान में लेते हुए इरोड के जिला प्रशासन से संपर्क किया.

डीएम ने ईरोड जिला प्रशासन से किया संपर्क
डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि गुरुवार की सुबह एक युवक बंधक के चंगुल से भाग निकला और वापस कैमूर आ गया. उसने तमिलनाडु के ईरोड में एक कंपनी में फंसे अपने दोस्तों के बारे में सटीक जानकारी दी. हमने फिर ईरोड के कलेक्टर से बात की और तमिलनाडु प्रशासन की मदद से अब सभी को रिहा करा लिया.

आपबीती सुनाते रिहा हुए युवक

4 को बंधक मुक्त कराया गया
डीएम ने बताया कि तमिलनाडु में 4 युवाओं को कैद से मुक्त कराया गया है. 2 अन्य वहां से भाग गए और भभुआ, कैमूर के लिए रवाना हो चुके हैं. वहीं, एसपी दिलनवाज अहमद ने पूरी जानकारी देते हुए बताया कि सूरज चौहान नाम का एक युवक जो अखिलासपुर का रहने वाला है, भागने के बाद भभुआ वापस लौट आया.

क्या था पूरा मामला...
बंधक बनाए गए 7 युवक भभुआ ब्लॉक के एक गांव अखिलासपुर के हैं. वे प्रतिदिन 450 रुपये की दर से तमिलनाडु की एक साबुन बनाने वाली कंपनी में काम करने गए थे. लेकिन कारखाने में पर्याप्त मजदूर नहीं थे. इसके चलते उनसे ज्यादा से ज्यादा काम लिया जा रहा था. इस बाबत सभी ने जब काम छोड़ने का फैसला किया तो उन्हें बंधक बना लिया गया.

कर रहे थे प्रताड़ित
काम छोड़ने की बात पर कंपनी ने सभी को बंधक बना लिया. इसके बाद एक दलाल 3 मजदूरों को एक पाइप फैक्ट्री में मजदूरी कराने लगा. युवकों के मुताबिक कंपनी में उन्हें प्रताड़ित किया जाने लगा. उनका फोन छीन लिया गया. इसके बाद किसी तरह एक युवक कंपनी से भागने में कामयाब हो सका.

Intro:Body:Conclusion:
Last Updated : Jul 26, 2019, 6:21 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.