कैमूर: 19 जनवरी को जल-जीवन-हरियाली को लेकर बिहार में मानव श्रृंखला बनाई जाएगी. जिसको लेकर डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी और एसपी दिलनवाज अहमद ने प्रेसवार्ता की. वहीं, डीएम ने बताया कि मानव श्रृंखला को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है. जिले में 303 किमी लंबी श्रृंखला बनाई जाएगी. जिसमें 8 लाख से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है.
'डॉक्टरों को रखा जाएगा अलर्ट मोड पर'
डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि 303 किमी की मानव श्रृंखला में 108 जगहों पर पुलिस अधिकारियों की नियुक्ति की गई है. उन्होंने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर 19 जनवरी को सभी हॉस्पिटल के डॉक्टरों को सुबह 8 बजे से अलर्ट मोड पर रखा गया है. साथ ही प्रत्येक किलोमीटर पर मेडिकल किट के साथ आशा को तैनात किया गया है. जबकि प्रत्येक 5 से 10 किमी के बीच एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है.
'सभी प्रखंड के प्रत्येक वार्ड में 100 मीटर की श्रृंखला'
डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि जिले के सभी 11 प्रखंडों के प्रत्येक वार्ड में 100 मीटर की एक श्रृंखला बनाने के लिए लोगों से अपील की गई है. वहीं, उन्होंने बताया कि सभी धर्मों के लोगों के साथ मीटिंग की है. जहां सभी धर्मों के लोगों ने जल-जीवन-हरियाली पर समर्थन दिया है और श्रृंखला बनाने में सहयोग की बात कही है.
'एनएच-2 पर साउथ लेन में चलेंगी गाड़ियां'
डीएम ने बताया कि प्रत्येक 100 मीटर पर दल नायक 1 किलोमीटर पर नायक और 5 किलोमीटर पर एक सेक्टर इंचार्ज की नियुक्ति की गई है. 21 रूट इंचार्ज बनाये गए हैं. जिसमें जिले के वरीय पदाधिकारी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि मानव श्रृंखला के समय एनएच-2 के सिर्फ साउथ लेन पर गाड़ियों का आवागमन होगा. यूपी से बिहार और बिहार से यूपी की तरफ आने-जाने वाली गाड़ियों का परिचालन साउथ लेन से किया जाएगा. वहीं, डीएम ने बताया कि श्रृंखला में हथियार पर पाबंदी लगाई गई है. जिनके पास लाइसेंस है उन्हें भी श्रृंखला के समय हथियार रखने और लाने पर पूर्ण पाबंदी है. उन्होंने बताया कि सिर्फ पुलिस पदाधिकारियों के पास हथियार रखने की अनुमति है.
'सादे लिबास में होगी पदाधिकारियों की तैनाती'
एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि प्रत्येक 100 मीटर पर एक होमगार्ड या चौकीदार और प्रत्येक 5 किलोमीटर पर गार्ड के साथ मूविंग पुलिस पदाधिकारी जो बाइक से सुरक्षा जायजा लेंगे. एसपी ने बताया कि 84 स्टेक्टिक पॉइंट 27 जोन और 13 सुपर जोन बनाये गए हैं. जिला स्तर और प्रखंड स्तर पर कंट्रोल रूम बनाए गए हैं. वहीं, उन्होंने बताया कि सादे लिबास में भी पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की गई है.