जहानाबाद : बिहार के जहानाबाद में कई युवाओं की शादी नहीं हो पा रही है. वजह कोई व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों की नाकामी है. यहां के कई गांव में जाने के लिए पईन पर पुल (Lack Of Bridge In Village Of jehanabad) नहीं है. गांव के लोग तो किसी तरह आवागमन करते हैं लेकिन जब कोई बाहर से रिश्ते के लिए यहां आता है, तो इस इलाके की स्थिति देखकर उल्टे पैर लौट जाता है. लोग इन गांवों में अपनी बेटी देना मुनासिब नहीं समझते. यही वजह है कि जिले के कोसियावा, सिकडिया और खगड़िया गांव के युवा शादी के इंतजार में कुंवारे बैठे हैं.
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शादी के इंतजार में बीत रही युवाओं की उम्रः जहानाबाद में पईन पर पुल नहीं होने के कारण युवाओं की शादी नहीं होने से घर को लोग भी परेशान हैं. कोसियावा, सिकडीय और खगड़िया गांव के लोग पानी से भरे पईन में चलकर प्रखंड मुख्यालय काको जाने के लिए विवश हैं. लोगों का कहना है कि हम लोग के यहां पुल नहीं होने के कारण युवाओं की शादी नहीं हो रही है. जो लोग भी अपनी बेटी की शादी करने के लिए इस गांव में पहुंचते हैं, और जैसे ही गांव में जाने के रास्ते पानी लगा देखते हैं, रिश्ता लेकर आए लोग लौट कर चले जाते हैं. गांव वालों की शिकायत है कि जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी यहां अब तक एक पुल का निर्माण नहीं करा सके.
साल में 8 महीने तक रहती बदतर हालतः लोगों का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति बीमार हो जाता है तो झोला छाप डॉक्टर के सिवा इलाज कराने के लिए कोई रास्ता नहीं है. गांव के लोग किसी तरह पानी को पारकर मरीज को काको यह जहानाबाद ले जाते हैं. अगर रात में कोई बीमार हो जाता है तो अस्पताल जाना काफी मुश्किल है. ये हालात साल में लगभग 8 महीने तक रहते हैं. गांव के लोग जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों से गुहार लगाते-लगाते थक चुके हैं, लेकिन पुल का निर्माण नहीं हो रहा है.
"जो लोग रिश्ते के लिए आते हैं वो कहते हैं कि जब गांव में जाने का रास्ता ही नहीं है, तो इस गांव में अपनी बेटी की शादी करा कर अपनी बेटी का जीवन बर्बाद नहीं कर सकते. इस गांव के लोग पलायन करने के लिए मजबूर हैं. अगर रात में कोई बीमार हो जाता है तो अस्पताल जाना काफी मुश्किल है. ये हालात साल में लगभग 8 महीने तक रहते हैं. हम लोग जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों से गुहार लगाकर थक चुके हैं लेकिन पुल का निर्माण नहीं हो रहा है"- सुभाष प्रसाद, ग्रामीण
ग्रामीण क्षेत्रों में लोग विकास से कोसों दूर ः आपको बता दें कि सरकार गांव को शहर जैसी सुविधा उपलब्ध कराने की बात कर रही है, लेकिन जब इस तीनों गांव की हालत देखी जाती है तो इससे अंदाजा लगता है कि अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में लोग विकास से कोसों दूर नजर आ रहे हैं. जबकि इस क्षेत्र से मंत्री भी रह चुके हैं लेकिन मंत्री और विधायकों ने आज तक यहां पुल का निर्माण नहीं कराया. गांववासी जनप्रतिनिधियों को कोसते हुए कहते हैं कि वोट की बात आती है तो जनप्रतिनिधि जनता को झांसा देकर वोट ले लेते हैं, लेकिन विकास की बात पर वे दूर-दूर तक नजर नहीं आते हैं.