जहानाबाद: क्वॉरेंटाइन सेंटर में डीएम के आदेश पर योगाभ्यास कराया जा रहा है. योग प्रशिक्षकों का मानना है कि कोरोना से बचाव के लिए योग का आसन रामबाण की तरह है. योग से शरीर स्वस्थ रहता है. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने के साथ ही श्वसन तंत्र भी मजबूत होता है. ऐसे में स्वस्थ शरीर में किसी भी तरह का संक्रमण अटैक नहीं कर सकता है. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए योगासन जरूरी है.
जिले में लगभग एक सौ से अधिक क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि सभी क्वॉरेंटाइन सेंटर में मजदूर एवं लोगों को योगाभ्यास कराया जाए. क्योंकि शरीर फिट रहने पर कोरोना वायरस जैसी बीमारी से लड़ने के लिए उनके शरीर में क्षमता बढ़ाया जा सके. वहीं, मां कमला चंद्रिका टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में प्रवासी को इसका अभ्यास कराया जा रहा है. सुबह और शाम योगाभ्यास कराया जा रहा है.
बढ़ती हैं श्वेत रक्त कणिकाएं
प्रशिक्षकों का कहना है कि रोजाना योगासन करने से शरीर में श्वेत रक्त कोशिकाओं में वृद्धि होती है. इससे रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता बढ़ती है. प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से वायरस या कीटाणु शरीर को संक्रमित नहीं कर पाता है. प्रतोधक क्षमता बढञाकर योग से कोरोना की लड़ाई जीती जा सकती है. पांच प्राणायाम और पांच आसनों के जरिेए रक्तचाप, तनाव, मुधमेह, हृदयरोग से बचा जा सकता है. कोरोना वायरस का संक्रमण ज्यादातर इन्हीं बीमारियों से ग्रस्त लोगों को चपेट में ले रही है.