जमुई (झाझा): शुक्रवार को जिले में सड़क दुघर्टना में घायल होने के बाद इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई. इसको लेकर शनिवार की सुबह तक बवाल नहीं थमा. मृतिका ललीता देवी के मायके से आये लोगों की ओर से प्रशासन को बार-बार दुघर्टना ना बताकर इसे हत्या की साजिश बताया जा रहा था.
बाइक से गिरी महिला
दोनों पक्षों से कई लोग थाना परिसर पहुंचे हुये थे. मृतिका के पति रामदेव यादव लगातार इसी बात पर अड़े हुये थे कि जमुई से आते वक्त उसकी पत्नी को चक्कर आ गया था और वह सड़क पर बाइक से गिर गयी. जिसके बाद गिद्वौर रेफरल अस्पताल में इलाज करवाने के बाद वहां से जमुई रेफर कर दिया.
थाना परिसर में डटे परिजन
जहां उसकी मौत हो गयी. लेकिन मृतिका के मायके वाले इस बात को झूठ बताते हुए अपनी बातों पर अड़े हुये थे कि ललीता की हत्या की गयी है. शनिवार को लगभग 12 बजे मृतिका के मायके वाले शव को लेकर थाना परिसर में डटे हुये थे. दोनों पक्षो के बीच समझौता भी किया जा रहा था. लेकिन शव को पोस्टमॉर्टम के लिये लोग नहीं ले जा रहे थे.
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष?
थानाध्यक्ष श्रीकांत कुमार ने मृतिका के मायके वालों को जांच किये जाने का आश्वासन दिया. जिसके बाद लोगों ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिये भेज दिया है.