जमुई: बिहार के जमुई (Jamui) में निजी क्लीनिक में इलाज के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई. परिजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाकर क्लीनिक में हंगामा किया. मामला शहर के बोधवन तालाब चौक स्थित एक निजी क्लीनिक का है.
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खैरा प्रखंड के सलैया गांव निवासी मोहम्मद अब्बास को बुखार और सांस लेने की तकलीफ थी. परिजनों ने उसे इलाज के लिए एक निजी क्लीनिक में भर्ती कराया था. मौके पर मौजूद चिकित्सक ने उसके जल्द ठीक होने की बात कहकर भर्ती कर लिया. लेकिन सुबह उनकी मौत हो गई. परिजनों ने आरोप लगाया कि 50 वर्षीय मरीज की मौत चिकित्सकों की लापरवाही के चलते हो गई.
मरीज की मौत होते ही क्लीनिक के डॉक्टर और स्टाफ फरार हो गये. एक कर्मचारी को गुस्साए लोगों ने बंधक बना लिया और क्लीनिक में हंगामा करने लगे. वहां रखे ऑक्सीजन सिलेंडर समेत अन्य सामान को क्लीनिक से बाहर फेंक दिया.
हंगामे की सूचना पर सदर थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची. अवर निरीक्षक नरेश दास ने क्लीनिक का जायजा लिया. मौके पर किसी भी डॉक्टर के नहीं होने पर पीड़ित पक्ष की बात सुनी. उन्होंने बताया कि परिजनों ने क्लीनिक के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. अस्पताल में कोई भी स्टाफ मौजूद नहीं है.
पुलिस ने आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया. उन्होंने पीड़ित पक्ष को जांच के बाद कार्रवाई का भरोसा दिया है. मृतक मरीज के बेटे ने जिला प्रशासन से मांग की है कि पूरे मामले की जांच हो और उन्हें उचित मुआवजा मिले. साथ ही उन्होंने ऐसे क्लीनिक को बंद करवाने की भी मांग की है. ताकि ऐसा वाकया किसी दूसरे मरीज के साथ न हो.
'परजिन यहां के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं. हम यहां आए तो अस्पताल का कोई भी स्टाफ नहीं मिला. सभी क्लीनिक छोड़कर भाग गए हैं'- नरेश दास, अवर निरीक्षक, सदर थाना
हैरानी की बात ये है कि क्लीनिक में 8 डॉक्टरों की तैनाती के बावजूद भी मौके पर एक भी डॉक्टर मौजूद नहीं थे. इस मामले में अभी क्लीनिक प्रबंधन की ओर से कोई जवाब नहीं आया है.