जमुई: जिले के लक्ष्मीपुर थानाध्यक्ष मृत्युंजय पंडित की इलाके में काफी चर्चा हो रही है. कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान थानेदार पंडित 9 मई से 21 मई के बीच तीन विवाह करा चुके हैं. वो भी तब जब रिश्ता टूटने वाला था. अपनी सूझबूझ से थानाध्यक्ष मृत्युंजय पंडित ने रिश्तों को जोड़ा और बचाया.
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थानेदार ने रिश्तों को टूटने से बचाया
थानेदार ने कहीं दहेज रूपी दानव के चंगुल में फंसे परिवार को निकाला, तो कहीं प्रेमी जोड़े का विवाह करवाया. थानाध्यक्ष की पहल पर 9 मई से 21 मई के बीच तीन विवाह हो चुके हैं. जिसमें दो विवाह थाने के समीप शिव मंदिर में और एक विवाह लड़की के घर पर करवाया. दहेज मुक्त विवाह के कारण लोगों में खुशी है.
थानेदार पंडित ने करवाई 3 शादियां
- पहली शादी: लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत गौरा पंचायत के भुनिमरहर गांव में एक प्रेमी जोड़े ने घर से भागने की कोशिश की थी. पुलिस ने उन्हें रास्ते में पकड़ा और 9 मई को दोनों परिवार की सहमति से थानाध्यक्ष की मौजूदगी में शादी करा दी गई.
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- दूसरी शादी: पहली शादी के एक दिन बाद ही दूसरी शादी कराई गई. लक्ष्मीपुर क्षेत्र के दिधरा मंडल टोला में दो परिवार के मेल जोल से थानाध्यक्ष की मौजूदगी में कराई गई. यहां बाराती को खाना मिलने में देर होने के कारण दूल्हा ही भाग गया था.
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- तीसरी शादी: ये शादी 21 मई को कराई गई. दरअसल, लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के नोवाठिका में दो परिवारों के बीच दहेज रोड़ा बन रहा था. जिसके बाद थानाध्यक्ष ने फिर दोनों परिवार को समझाकर मेल कराया और शादी हो गई.