जमुई: सदर अस्पताल जमुई में शव का पोस्टमार्टम बिना रुपए लिए नहीं होता. मृतक के परिजनों से वहां तैनात कर्मचारी पैसे लेते हैं तभी पोस्टमार्टम करते हैं. इसका ताजा उदाहरण मंगलवार को दिखा. चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के बसबुटिया गांव के सुरेश यादव की टायर में हवा भरने के दौरान टायर फटने से मौत हो गई थी.
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शव को उसके परिजन पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाए थे. पोस्टमार्टम कर्मी कृष्णा ने मृतक के भाई भोला यादव से 7 सौ रुपए लेकर ही पोस्टमार्टम करने की बात कही. रुपए नहीं देने पर परिजनों को घंटों इंतजार करना पड़ा. मृतक का भाई पोस्टमार्टम करने के लिए कर्मी का पैर पकड़कर गुहार लगाता रहा, लेकिन वह नहीं माना.
500 रुपए लेकर किया पोस्टमार्टम
बताया जाता है कि बसबुटिया निवासी भोला यादव जब अपने भाई का शव लेकर सदर अस्पताल पहुंचा तो वहां तैनात पोस्टमार्टम कर्मी कृष्णा ने 700 रुपए की मांग की. पैसे नहीं देने पर पोस्टमार्टम नहीं किया गया. रोते-बिलखते परिजनों ने 500 रुपए दिए तब शव का पोस्टमार्टम किया गया.
डीएस ने कर्मी को लगाई फटकार
जैसे ही इस बात की जानकारी सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. सैयद नौशाद अहमद को लगी. वह खुद मौके पर पहुंचे और पोस्टमार्टम कर्मी को जमकर फटकार लगाई. उन्होंने पीड़ित को रुपए लौटाने का आदेश दिया और कर्मी के खिलाफ कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया.
गौरतलब है कि सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए रुपए लेने की यह कोई नई बात नहीं है. यहां पहुंचने वाले हर मृतक के परिजनों से इन कर्मियों द्वारा मोटी रकम वसूल की जाती है.