जमुई: वर्तमान सरकार द्वारा ग्रामीण स्तर पर खेलकूद को बढ़ावा देने और ग्रामीण प्रतिभाओं को निखारने के उद्देश्य से सभी प्रखंडों में स्टेडियम का निमार्ण कराया जा रहा है. लेकिन चकाई प्रखंड मुख्यालय स्थित एसके हाईस्कूल मैदान में निर्माणाधीन स्टेडियम विभागीय पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता का खामियाजा भुगत रहा है.
नहीं हुआ समतलीकरण का काम
लाखों खर्च होने के बावजूद पिछले कई सालों से स्टेडियम अधूरा पड़ा है. स्टेडियम के अभाव में यहां की खेल प्रतिभाएं कुंठित हो रही है. चकाई हाई स्कूल के पथरीले और ढलुआ मैदान की चहारदीवारी के निमार्ण के साथ ही मैदान समतलीकरण और कंकड़ीली भूमि पर एक परत मिट्टी डाली जानी थी. मैदान की चहारदीवारी के निमार्ण के साथ ही उसकी रंगाई-पुताई तो कर दी गई. लेकिन अब तक न तो मैदान का समतलीकरण कार्य ही पूरा किया गया और न ही मैदान के बीच में खडे़ पेड़ों को ही हटाया गया. जिससे यह मैदान खिलाड़ियों के लिए अनुपयोगी बना है.
स्थानीय खिलाड़ियों को हो रही परेशानी
स्थानीय खिलाड़ी कन्हैया तिवारी ने बताया कि वर्तमान समय में यह मैदान गाय-बकरियों के लिए चारागाह बन कर रह गया है. वहीं, अगल-बगल के लोगों द्वारा मैदान का उपयोग खुले में शौच के लिए किया जा रहा है. मैदान के जल निकासी की भी समुचित व्यवस्था नहीं की गई है. मैदान के दक्षिणी एवं उतरी भाग में लगे गेट की रंगाई नहीं कराए जाने से उसमें जंग लग रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा 15 लाख की लागत से लगभग 10 साल पूर्व स्टेडियम निमार्ण का कार्य प्रारंभ किया गया था. लेकिन कार्य पूरा किए बिना ही राशि की निकासी कर काम को अधूरा छोड़ दिया गया है. जिससे स्थानीय खिलाड़ियों को परेशानी हो रही है.