जमुई: जिला प्रशासन ने कोरोना के कारण बाहर से आने वालों को क्वारंटीन करने को लेकर अहम फैसला किया है. जिले में अब ग्रुप बी और सी कैटेगरी के प्रवासियों को होम आइसोलेशन के लिए भेजा जाएगा. वहीं, ए कैटेगरी वाले प्रवासियों को प्रखंड स्तर पर बनाऐ गए क्वारंटीन सेंटर में रखा जाएगा. आपको बता दें कि इससे तीनों कैटेगरी वाले प्रवासियों को प्रखंड स्तर के क्वारंटीन सेंटर में रखा जाता था.
क्वारंटीन सेंटर्स में रहेंगे ए कैटेगरी वाले
शुक्रवार से पहले बाहर से जमुई आने वाले प्रवासियों को प्रखंड स्तर के क्वारंटीन सेंटर में रखा जाता था. इसमें ए, बी और सी तीनों कैटेगरी के लोग रहते थे. लेकिन जिलाधिकारी के आदेश के मुताबिक अब केवल ए कैटेगरी वाले प्रवासियों को ही प्रखंड स्तरीय क्वारंटीन सेंटर भेजा जाएगा. कैटेगरी बी और सी वालों को उन्हें उनके गांव होम आइसोलेशन के लिए भेजा जाएगा. जहां, आशा, जीविका दीदी और विकास मित्र इनकी निगरानी करेंगे.
आपको बता दें कि ए कैटेगरी में 'हाई रिस्क जोन वाले राज्य खासकर सूरत, महाराष्ट्र, दिल्ली, एनसीआर, राजस्थान जैसे राज्य आते हैं. वहीं, बी कैटेगरी में ऐसे राज्य हैं जहां अभी तक इक्का दुक्का मामला ही सामने आया है. सी कैटेगरी में ऐसे राज्य हैं जो अब तक सेफ हैं. अब तक जमुई पहुंचने पर प्रवासियों को रजिस्ट्रेशन और स्वास्थ्य जांच के बाद तीनों कैटेगरी के लोगों को प्रखंड स्तर के क्वारंटीन सेंटर में ही भेजा जाता था. लेकिन अब यह व्यवस्था बदल गई है.
होम आइसोलेशन में रहने वालों की होगी निगरानी
जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि बी और सी कैटेगरी वाले प्रवासियों को होम आइसोलेशन के लिए भेजा जाएगा. जहां 14 दिनों तक ऐसे लोगों को आइसोलेशन में रहना पड़ेगा. इनकी निगरानी आशा, जीविका और विकास मित्र करेंगे. घर-घर जाकर भी ऐसे लोगों की जांच होती रहेगी. किसी में भी संक्रमण का लक्षण दिखने पर उसे तुरंत हेल्थ आइसोलेशन में लाया जाएगा. उसके सैम्पल की जांच की जाएगी.
होम आइसोलेशन में भेजने से पहले सबका रजिस्ट्रेशन ब्लॉक स्तर पर होगा. सभी से शपथ पत्र भी भरवाया जाएगा. उसके बाद स्वास्थ्य की भी जांच होगी. जिनका रजिस्ट्रेशन होगा उन्हें 1000 रूपया दिए जाएंगे.