जमुई: बिहार के जमुई जिले में एक बार फिर वज्रपात (lightning in Jamui ) की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. आसमानी बिजली की चपेट में आने से मौके पर ही उस व्यक्ति की मौत हो गई. घटना बुधवार की देर रात जिले के टाउन थाना क्षेत्र के दौलतपुर गांव की है. मृतक व्यक्ति की पहचान दौलतपुर गांव निवासी स्वर्गीय मुसाफिर यादव के पुत्र राजेन्द्र यादव के रूप में हुई है. देर रात मौत के बाद गुरुवार की सुबह शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया गया.
शौच के लिए निकला था बाहरः परिजनों ने बताया कि बुधवार को देर रात मृतक व्यक्ति शौच करने के लिए बाहर गया था. उस समय हल्की बारिश भी हो रही थी. बहुत देर बाद जब घर नहीं लौटा तो खोजने निकले. घर से दूर बहियार में उसका शव मिला.उसी दौरान वज्रपात की चपेट में आ गया. इससे राजेंद्र यादव की मौके पर ही मौत हो गई. उसके बाद परिवार वालों का रो रो कर बुरा हाल हो रहा है. मृतक व्यक्ति को दो लड़का दो लड़की है. मृतक के घर में मातम छाया हुआ है
''मृतक शौच के लिए देर रात बाहर निकला था. उस समय हल्की बारिश हो रही थी. रात का 10 बज रहा होगा. जब काफी देर बाद भी वापस घर नहीं लौटा तो लोग खोजबीन के लिए निकले. घर से दूर बहियार में वह पड़ा था. बारिश के बीच वज्रपात भी हुआ था, उसी की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई'' -जितेंद्र कुमार, पड़ोसी
पिछले सप्ताह भी गई थी एक जानः बीते सप्ताह भी जमुई जिले के सिकंदरा प्रखंड क्षेत्र में खेत में काम कर रहा एक किसान आसमान से गिरी बिजली की चपेट में आ गया था. इस वजह से उसकी तत्काल मौत हो गई. मृतक किसान की सिकंदरा प्रखंड के सिझोडी गांव निवासी जागू मांझी के पुत्र हुलाशा मांझी था. हुलाशा मांझी शाम में अपने खेत की ओर कुछ काम करने के लिए निकला था. जब वह खेत पर काम कर रहा था, तभी अचानक वर्षा शुरू (Bihar Weather Update) हो गई. आसमान में बदल गरजने के साथ-साथ बिजली भी चमकने लगी. तभी आसमान से एक बिजली उसपर भी गिर पड़ी.
पिछले महीने भी जमुई में हुई थी वज्रपात से मौत: जमुई में चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के अखाने गांव में एक किशोर पर वज्रपात हुआ. उसकी तत्काल ही मौत हो गई. युवक की पहचान चन्द्रमंडीह थाना क्षेत्र के अखाने गांव निवासी प्रफुल्ल राय के 18 वर्षीय पुत्र गौरव कुमार के रूप में की गई है. इसके पहले भी बुधवार की शाम चकाई थाना क्षेत्र के 2 गांव में वज्रपात की चपेट में आने से दो व्यक्ति की मौत हो चुकी है. पिछले महीने भी बिहार में 11 लोगों की वज्रपात से मौत हो गई थी. 27 जुलाई-28 जुलाई की शाम तक बिहार के जमुई (01), कैमूर (03) और बक्सर (01), गया (03), नवादा (02), रोहतास (01) में 11 लोगों की मौत हो गई.
वज्रपात से 7 साल में सोलह सौ लोगों की मौत : बिहार में आकाशीय बिजली यानी वज्रपात से लोगों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है. बिहार सरकार की ओर से वज्रपात की जानकारी के लिए पटना सहित खगड़िया, रोहतास, नवादा, पूर्वी चंपारण, दरभंगा और पूर्णिया में कुल आठ अर्थ नेटवर्क सेंसर लगाए गए हैं. इसके अलावा केंद्र सरकार की ओर से पटना, गया, दरभंगा में अलग से अर्थ नेटवर्क सेंसर लगे हुए हैं. मौसम विभाग बिहार सरकार (Meteorological Department Government of Bihar) का आपदा विभाग और सूचना जनसंपर्क विभाग के तरफ से यह लगातार दावा होता रहा है कि 3 घंटा पहले वज्रपात और मौसम की जानकारी मुहैया कराई जा रही है.