जमुई: जिले के प्रसिद्ध बाबा धनेश्वर नाथ मंदिर महादेव सिमरिया का द्वार कोरोना महामारी के कारण बंद कर दिया गया था. बावजूद इसके पवित्र महीना सावन की अंतिम सोमवारी पर भक्तों की जन सैलाब उमड़ पड़ा. यहां तक कि भक्तों ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का भी ख्याल नहीं किया.
जानकारी के मुताबिक कई भक्तों ने दीवार फांद कर मंदिर के अंदर प्रवेश कर बाबा भोलेनाथ के शिवलिंग पर जलाभिषेक किया. वहीं भीड़ की सूचना सिकंदरा थाने को मिलने पर थानाध्यक्ष ध्रुव कुमार अपने दल बल के साथ मंदिर परिसर पहुंचे. जहां उन्होंने आए हुए भक्तों को खदेड़ना शुरू कर दिया. इसके बावजूद भी सोमवार को दिन भर इक्के दुक्के भक्त बांस के बेरिंकेटिंग को पार कर मंदिर के बंद द्वार पर ही फूल बेलपत्र चढ़ाकर बाहर से ही बाबा भोलेनाथ की आराधना कर वापस लौटे.
पुलिस ने मौके से भीड़ को हटवाया
मंदिर के पुजारी जितेंद्र पंडा ने बताया कि सोमवार की सुबह 2 बजे से भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया था. सुबह करीब 4 बजे काफी संख्या में भक्तों की भीड़ लग चुकी थी. भक्तों की भीड़ की सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने सुबह 5:30 बजे सभी भीड़ को हटाया. मंदिर परिसर में सभी खुले दुकानों ने भी अपना अपना दुकान बंद कर दिया गया.
कोरोना के कारण सावन फीका
बता दें कि कोरोना महामारी को लेकर इस बार पूरे सावन का पवित्र महीना फीका रहा. अधिक संख्या में भक्तों ने अपने अपने घरों में प्रत्येक सोमवार को उपवास रहकर घरों में ही बाबा भोलेनाथ के शिवलिंग पर जलाभिषेक कर फूल बेलपत्र चढ़ाकर पूजा अर्चना की. लेकिन कई भक्तों ने कोरोना काल में भी नहीं माने और प्रसिद्ध बाबा धनेश्वर नाथ पहुंचकर मंदिर की तीन ओर में बने शिव गंगा में स्नान कर मंदिर के बाहर ही खड़े होकर बाबा भोलेनाथ की आराधना में लीन रहे.