जमुई: जिले के अधिकतर ग्रामीण इलाकों में स्कूलों में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटरों में कुव्यवस्था का आलम है. सेंटरों की व्यवस्था पूरी तरह से मुखिया और स्कूलों के प्रिंसिपल पर थोपने की कोशिश की जा रही है. जिला प्रशासन की ओर से सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. सीओ और बीडीओ ऐसे सेंटर पर पहुंचते तो हैं, लेकिन सारी जवाबदेही स्कूल के प्रिंसिपल पर डालकर निकल जाते हैं. सारी अव्यवस्थायों से परेशान होकर क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने वालें लोगों ने सड़क जाम कर विरोध जताया.
सेंटर पर खाना, पानी, दरी, बिजली की कोई व्यवस्था नहीं
ताजा मामले में जमुई सिकंदरा मार्ग पर वसैया के पास स्कूल में क्वॉरेंटाइन सेंटर में मुंबई, तमिलनाडु, चेन्नई से आए लगभग 21 प्रवासियों को 17 तारीख से ही रखा गया है. इतने दिनों में उन्हें कोई सुविधा सही तरीके से नहीं दी गई. सड़क जाम कर रहे प्रवासियों ने बताया अभी तक में तीन दिन ही खाना मिला है. सोमवार को भी खाना नहीं मिला. सेंटर पर खाना, पानी, दरी, बिजली की कोई व्यवस्था नहीं है. सीओ भी कभी-कभार आते हैं और व्यवस्था करने की बात कर चले जाते है.
सीओ सेंटर पर मौजूद कर्मियों पर ही फोड़ा ठीकरा
सेंटर पर मौजूद प्रिंसिपल कुमारी सुनीता का कहना है सीओ साहब आकर कहते हैं कि अपने से व्यवस्था करके बाजार से राशन लाकर प्रवासियों को खाना खिलाएं, बाद में वाउचर दिखा देने पर आपको पैसे मिल जाएंगें. लेकिन इतने लोगों का राशन उधार कौन देगा, इतने पैसे भी हमारे पास नहींं है इसलिए कुछ व्यवस्था नहीं कर पाते. मौके पर पहुंचे सीओ विनोद कुमार चौधरी लोगों को ही हड़काने लगे. उन्होंने अपशब्द कहकर सेंटर पर मौजूद कर्मियों पर को-ऑपरेट नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बाजार से सामान लेकर आओ, मै आकर पैसे दे दूंगा.