जमुई: मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है वैसे-वैसे राजनीतिक गतिविधियां तेज होती जा रही है. इसी क्रम में जमुई जिले के एनडीए में एक बार फिर से दरार के आसार दिखने लगे हैं. दरअसल, एनडीए में शामिल जदयू नेता और पूर्व विधायक सुमित सिंह के खिलाफ नारेबाजी और उन पर हमला करने की शिकायत सामने आई है. इसमें अब आरोप यह लग रहा है कि हमलावर कोई और नहीं बल्कि एनडीए में शामिल और जमुई जिले से लोकसभा प्रत्याशी चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के कार्यकर्ताओं में से कोई है.
पूरा घटनाक्रम
बता दें कि रविवार को जब सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चकाई में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे तो उसी समय पूर्व विधायक सुमित सिंह मंच के नीचे बैठे हुए थे. जहां से सीएम नीतीश कुमार के बुलाए जाने पर वे मंच पर गए. सभा समाप्त होने के बाद सुमित सिंह मुख्यमंत्री को छोड़ने हेलीपैड तक गए. वहां से लौटते समय कुछ लोगों ने सुमित सिंह पर हमला कर दिया और जमकर उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी.
पूर्व विधायक सुमित सिंह का कहना है कि उन पर हमला और नारेबाजी करने वाले कोई और नहीं बल्कि लोजपा की कार्यकर्ता थे. राजनीतिक समझ रखने वाले लोगों का कहना है कि सुमित सिंह पर इस तरह का हमला और नारेबाजी कहीं एनडीए को भारी न पड़ जाए.
कार्रवाई की दिया आश्वासन
वहीं एनडीए की प्रत्याशी और मौजूदा सांसद चिराग पासवान का कहना है कि अगर सुमित सिंह पर कोई हमला हुआ है या उनके खिलाफ किसी भी तरह की अभद्रता हुई है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
एनडीए को हो सकता है खासा नुकसान
वही राजनीति में समझ रखने वाले लोगों का कहना है कि इस घटना के बाद जमुई लोकसभा क्षेत्र में एनडीए प्रत्याशी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा क्योंकि सुमित सिंह एक विशेष जाति वर्ग के लोगों का नेतृत्व करते हैं. अपने नेता पर हुए हमले और नारेबाजी के खिलाफ सो उस वर्ग के लोग खासे नाराज हैं. ज्ञात हो कि चुनाव के पले चरण में यानी 11 अप्रैल को जमुई में मतदान होना है.