जमुई: राज्य में कोरोना महामारी के दूसरे लहर का प्रकोप जारी है. हालांकि मरीजों की संख्या में कमी आई है. लेकिन विशेषज्ञ कोरोना महामारी के तीसरे वेव की आशंका जता रहे हैं. इसको लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने अभी से कार्य योजना बनाकर काम शुरू कर दिया है.
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सिविल सर्जन विनय कुमार शर्मा ने बताया कि सदर अस्पताल स्थित डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर की क्षमता बढ़ा कर 300 बेड करने की योजना बनाई गई है. इसमें से लगभग 100 बेड का बच्चों के लिए आईसीयू बनाया जाएगा. वहीं, उन्होंने कहा कि इस बार हमलोग कोरोना के भयावह रूप धारण करने का इंतजार नहीं करेंगे, बल्कि पहले से ही ऐसी किसी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहेंगे. हम ऐसा नहीं चाहते हैं कि बच्चे कोरोना के शिकार हो, लेकिन अगर ऐसी स्थिति आती है तो उससे निपटने के लिए हम तैयार रहेंगे.
तीसरी लहर से निपटने के लिए हम तैयार
इसके अलावा सीएस ने कहा कि कोरोना के तीसरे लहर की संभावना को देखते हुए सदर अस्पताल में आक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है. एक महीने के अंदर आक्सीजन प्लांट बन कर तैयार हो जाएगा, ताकि आक्सीजन की कोई कमी नहीं हो. इसके अलावा स्वास्थ्य समित को प्रस्ताव भेजा गया है कि 200 बड़े आक्सीजन सिलेंडर और 200 छोटे आक्सीजन सिलेंडर की खरीदारी की जाए, ताकि किसी भी गंभीर स्थिति से निपटा जाए. इसके अलावा आक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदने की भी योजना है. तीसरी लहर की संभावन ने निपटने के लिए चाक चौबंद तैयारी की जा रही है.
बच्चों के संक्रमित होने की आशंका
बता दें कि कोरोना की पहली लहर ने अधेड़ और बुजुर्ग लोगों को शिकार बनाया था. वहीं, दूसरी लहर में युवा वर्ग के लोग इसके अधिक शिकार बने. इसी वजह से विशेषज्ञों ने आशंका जाहिर की है कि अक्टूबर से नवंबर के दौरान कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है. इसमें बच्चों के विशेष रूप से संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है.