जमुईः लॉकडाउन में घरों में रह रहे इंजीनियरिंग के छात्रों ने सैनिटाइजर मशीन का निर्माण किया है. जिसकी मदद से लोग खुद सैनिटाइज हो सकते हैं. मशीन की खासियत है कि ये अपने आसपास के 10 मीटर तक वातावरण को भी सैनिटाइज कर देता है. मशीन का नाम 'फूल्ली ऑटोमेटिक सेनेटाइजिंग सिस्टम विथ यूवी लाइट' रखा गया है.
नई तकनीक का किया गया इस्तेमाल
सिकंदरा प्रखंड स्थित एचएफएल टीम ने संक्रमण काल में ऑटोमेटिक सैनिटाइजर मशीन बनाया है. इस मशीन को युवाओं की एक टोली ने चार दिनों के अंदर तैयार किया है. इसमें नई तकनीक का इस्तेमाल किया गया. इसे सिकंदरा के लोग बड़ी उपलब्धि के रूप में देख रहे हैं.
मशीन से निकलता है पराबैंगनी प्रकाश
एचएफएल के संस्थापक आनंद कुमार ने बताया कि लोगों को सैनिटाइज करने के लिए केमिकल के रूप में सोडियम हाइपोक्लोराइट की सीमित मात्रा 0.2 प्रतिशत के साथ ग्लेसिरिन, डिटोल, ऐलोबेरा, नीम और फिटकरी का इस्तेमाल किया गया है. उन्होंने बताया कि इस मशीन में अंदर खड़े होकर लोग खुद को सैनिटाइज कर सकते हैं. मशीन से निकलने वाले पराबैंगनी प्रकाश आसपास 10 मीटर तक सतह को सैनिटाइज करता है.
कोरोना वॉरियर्स की सुरक्षा है उद्देश्य
टीम के सदस्य अनुज केशरी ने बताया कि इस मशीन को बनाने का उद्देश कोरोना वॉरियर्स की सुरक्षा करना है. बता दें कि एचएफएल की टीम में आनंद कुमार, अनुज केशरी के अलावा आदित्य कुमार, पंकज आनंद, प्रियांशु कुमार, अभिनव कुमार, प्रभात कुमार, सुमन कुमार साह और प्रदीप केशरी शामिल हैं.